जनपद चम्पावतनवीनतम

आज से शुरू होगा 12 दिनी बग्वाल मेला, तैयारियां हुईं पूरी, वन विकास निगम अध्यक्ष करेंगे शुभारंभ, 12 अगस्त को खेली जाएगी बग्वाल

ख़बर शेयर करें -

चम्पावत। देवीधुरा के मां बाराही धाम का बग्वाल मेला आज सोमवार से शुरू होगा। उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी सुबह 11 बजे इसका शुभारंभ करेंगे। मंदिर समिति के अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया ने बताया कि 12 दिनी मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बग्वाल 12 अगस्त को खेली जाएगी। कोरोनाकाल में वर्ष 2020 से दो साल तक प्रतीकात्मक बगवाल हुई थी, लेकिन इस बार मेले का भव्य रूप से आयोजन किया जा रहा है।
मेले में धार्मिक कार्यक्रम के अलावा सांस्कृतिक गतिविधियां भी होंगी। इसके लिए बाराही देवी के मंदिर को आठ क्विंटल फूलों से सजाया गया है। अध्यक्ष लमगड़िया ने बताया कि युवाओं की पहल और अन्य लोगों के सहयोग से फूलों की व्यवस्था की गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाया गया है। सोमवार शाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। एसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि मेले के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

देवीधुरा में जीर्णशीर्ण मकानों के उपयोग पर रोक लगाई
देवीधुरा में मां बाराही धाम के आसपास के बेहद पुराने और जीर्णशीर्ण मकानों को उपयोग के लिए प्रतिबंधित किया गया है। प्रशासन ने इस तरह के नौ मकानों को चिह्नित किया है। सुरक्षा के मद्देनजर इन मकानों की छतों पर बैठने बिठाने पर रोक लगाई गई है।

बग्वाल मेले में सात साल बाद कारोबारियों पर फिर थोपा गया कर
बग्वाल मेले में आने वाले कारोबारियों को सात साल बाद फिर से कर अदा करना होगा। मेले की आयोजक संस्था जिला पंचायत इस बार बाहर से देवीधुरा आने वाले व्यापारियों से तहबाजारी वसूलेगी। देवीधुरा के बग्वाल मेले में बाहर से आने वाले दुकानदारों को सात साल बाद फिर से तहबाजारी कर देना होगा। यहां कोरोनाकाल में दो साल तक मेला नहीं हुआ। वर्ष 2019 के बाद इस बार मेले में फिर से दुकानें लग रहीं हैं। साढे़ पांच किमी लंबे मेला क्षेत्र में 400 से अधिक दुकानें आठ से 19 अगस्त तक लगेंगी। बग्वाल मेला वर्ष 2015 से करमुक्त था, लेकिन इस बार से ये रियायत खत्म कर दी गई है। इससे मेले में बिकने वाले सामान को खरीदने के लिए ग्रामीणों को भी अधिक दाम देना होगा। मेले में स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए कृषि यंत्रों, बर्तनों के साथ ही हस्तशिल्प, हथकरघा आदि तैयार किए सामान की बिक्री की जाती है।

जिला पंचायत के एएमए भगवत पाटनी का कहना है कि मेले के भव्य आयोजन के लिए पंचायत को पैसा चाहिए। इस बार के देवीधुरा मेले में दुकान लगाने के लिए बाहर से आने वाले कारोबारियों से जिला पंचायत तहबाजारी वसूलेगी। ये निर्णय जिला पंचायत की बैठक में लिया गया था। कर वसूलने के लिए पंचायत कर्मियों को लगाया जाएगा।

Ad