चंपावतहादसा

टनकपुर-चम्पावत एनएच पर बड़ा हादसा होने से टला, चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बचाई 30 यात्रियों की जान

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चम्पावत। टनकपुर-चम्पावत नेशनल हाईवे पर एक बड़ा हादसा होने से बालबाल बच गया। इसमें बस चालक का अनुभव व सूझबूझ काम आई। जानकारी के अनुसार एनएच पर एक रोडवेज बस का स्टीयरिंग फेल हो गया। जिससे बस में सवार 30 यात्रियों में हड़कंप मच गया। चालक ने अनुभव के आधार पर सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को किसी तरह नियंत्रण में लिया। बाद में यात्रियों को दूसरी बस से गंतव्य को रवाना किया गया।

जानकारी के अनुसार गुरुवार को लोहाघाट डिपो की बस संख्या यूके07/पीए2990 देहरादून को रवाना हुई। सायं करीब साढ़े चार बजे बस स्वाला
विश्राम घाट के पास पहुंची। इसी दौरान बस का स्टीयरिंग फेल हो गया। चालक गोपाल दत्त भट्ट ने सूझबूझ दिखाते हुए तीन चार बार हल्के-हल्के ब्रेक पैडल लेकर किसी तरह बस को नियंत्रित किया। उन्होंने बताया कि बस की स्पीड कम होने से नियंत्रण में आसानी हुई। स्टीयरिंग फेल होने से बस में सवार तीस यात्रियों में हड़कंप मच गया। परिचालक अंकित जोशी ने बताया है कि बाद में पिथौरागढ़ डिपो की बस से यात्रियों को टनकपुर के लिए रवाना किया गया। चालक गोपाल भट्ट ने बताया कि बस की बुश रॉड टूट गई थी। इस वजह से स्टीयरिंग पूरी तरह से फ्री हो गया। उन्होंने बताया कि रवाना होने से पूर्व होने वाली फिटनेस के दौरान उन्होंने स्टीयरिंग की खामी की जानकारी वर्कशॉप में दी थी।

विश्राम घाट के पास हैगहरी खाई
स्वाला विश्राम घाट के पास जिस स्थान पर बस का स्टीयरिंग फेल हुआ, उस स्थान पर गहरी खाई है। मंदिर के पास इस स्थान पर फरवरी 2018 में टनकपुर से पिथौरागढ़ जा रही एक जीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

बस मेंआई खामी की जानकारी दी थी
चालक गोपाल भट्ट ने बस के स्टीयरिंग में आई खामी की जानकारी वर्कशॉप में दी थी। उन्होंने डिफेक्ट रजिस्टर में दर्ज कराने के साथ ही मौखिक जानकारी भी दी थी। डिफेक्ट रजिस्टर में बुश रॉड चेक करने की जानकारी दी थी। बांये साइड में स्टीयरिंग की कम कटिंग की शिकायत दर्ज कराई थी। गोपाल ने बताया कि फिटनेस के दौरान बस में जेक लगाकर भी स्टीयरिंग की खामी की चेकिंग करवाई थी।

देहरादून जा रही लोहाघाट डिपो के बस की बुश रॉड टूट गई थी। इस वजह सेस्टीयरिंग फेल हो गया। चालक गोपाल ने सूझबूझ से बस को नियंत्रित किया। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नरेंद्र गौतम, एआरएम, परिवहन निगम

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