उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की कार्यकारिणी तत्काल प्रभाव से भंग
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी पर झाड़ू चल गई है। पार्टी की कार्यकारिणी तत्काल प्रभाव से भंग कर दी गई है। महज तीन लाइन का फरमान जारी कर सभी पदाधिकारियों को एक झटके में हटा दिया गया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने ये फ़रमान जारी किया है। लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही पार्टी की कार्यकारिणी भंग होने से ये साफ हो चुका है कि शायद उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को अपना भविष्य अंधेरे में नज़र आ रहा है। हालांकि तीन लाइन की इस चिट्ठी में दावा किया जा रहा है कि जल्द ही नई कार्यकारिणी घोषित की जाएगी, लेकिन ये कब, क्या और कैसे होगा किसी को नहीं पता। दरअसल, आप का वर्किंग कल्चर भी आलाकमान तक सिमट चुका है और पार्टी के रणनीतिकार ऐसे फैसले ले रहे हैं जिनका असर पार्टी और कार्यकर्ताओं पर नकारात्मक हो रहा है। जून 2022 के बाद से ही उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी बिना अध्यक्ष के ही चल रही है और अब पदाधिकारी भी पैदल कर दिए गए हैं। ऐसे में सवाल है कि आगे पार्टी काम कैसे करेगी? चर्चा तो ये भी है कि संदीप पाठक अपनी ताकत का और अरविंद केजरीवाल के भरोसे का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसका खामियाजा आम आदमी पार्टी को भुगतना पड़ रहा है और भविष्य पर भी इसके गंभीर असर हो सकते हैं।