दफ्तर में फरियादी को मुर्गा बनाने वाले एसडीएम के खिलाफ हुई कार्यवाही
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। मीरगंज के उप जिलाधिकारी (SDM) ने एक फरियादी को अपने चैंबर में मुर्गा बना दिया, लेकिन किसी ने इस घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। अब वीडियो सामने आया तो योगी सरकार ने एक्शन लिया है। डीएम शिवाकांत द्विवेदी की जांच में एसडीएम की करतूत सच साबित हुई। उन्हें जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया। उनका मीरगंज एसडीएम प्रभार छिन गया है। उनकी जगह डिप्टी कलेक्टर देश दीपक सिंह को मीरगंज का नया एसडीएम बनाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के के मुताबिक, मंडनपुर गांव में मिश्रित आबादी है। वहां पर शमशान घाट नहीं होने की वजह से अंतिम संस्कार में कठिनाई होती है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में शमशान के लिए जगह आरक्षित है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों ने इसे कब्रिस्तान में मिला लिया है। ग्रामीणों ने पैमाइश कराकर शमशान की भूमि अलग करने की मांग की। इसके साथ ग्रामीणों ने कहा कि दूसरे समुदाय के लोग अपने त्योहार पर मंदिर के पास खाली जमीन से ढोल बजाते हुए निकलते हैं। जिसकी वजह से समस्या होती है।
फरियादियों में से ही किसी ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो बना ली। वीडियो वायरल होते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में डीएम ने एसडीएम को मीरगंज से हटाकर जिला मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया। दरअसल, मंडनपुर के ग्रामीण शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम उदित पंवार से मिलने पहुंचे। ग्रामीणों के साथ गांव में स्थित शिव मंदिर के महंत भूपराम दास बाबा और सेवादार पप्पू लोधी भी थे।
ग्रामीणों ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर मंदिर के पास खाली जमीन की बाउंड्री कराने और टिनशेड डालने की मांग की। साथ ही कहा कि दूसरे समुदाय के लोग अपने त्योहारों पर मंदिर के पास खाली जमीन से ढोल बजाते हुए निकलते हैं। इससे परेशानी होती है। ग्रामीणों ने खाली जमीन श्मशान के रूप में दर्ज होने के राजस्व रिकार्ड भी दिखाए। ग्रामीणों का आरोप है कि ये सभी बातें सुनकर एसडीएम भड़क गए और उन्होंने शिकायतों का निस्तारण करने की बजाय मंदिर के सेवादार पप्पू लोधी को चैंबर में ही मुर्गा बना दिया।
इससे गुस्साए ग्रामीणों ने तहसील गेट पर एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी कर दी। सेवादार को चैंबर में मुर्गा बनाने का वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि एसडीएम मोबाइल पर कुछ कर रहे हैं और उनके सामने एक युवक मुर्गा बना हुआ है। मामला प्रकाश में आते ही बरेली से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। डीएम ने एडीएम प्रशासन को मामले की जांच करने को कहा। प्रारंभिक जांच में एसडीएम दोषी पाए गए। देर रात करीब नौ बजे इस जांच के आधार पर एसडीएम को मीरगंज से हटाकर मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया।