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उत्तराखंड : यहां कोतवाली पहुंच कर देवडोली ने करी ​चोरों की शिनाख्त, माल भी बरामद कराया

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गांव में पहुंचे अनजान लोगों ने नागराज मंदिर से दान पात्र और मूर्ति चुराई

देवभूमि उत्तराखंड में अक्सर ऐसे चमत्कार होते रहते हैं जिन पर भरोसा कर पाना शायद कुछ लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। लेकिन सच तो यही है कि जब भी किसी को कोई परेशानी या किसी चीज को लेकर संशय होता है तो वो सबसे पहले देवताओं की ही शरण में पहुंचता है, जहां पर ना उसे सिर्फ अपनी समस्या का समाधान मिलता है बल्कि देवताओं के बताए गए रास्ते पर चलने से उसे सफलता भी मिलती है। ऐसा ही कुछ हैरान कर देने वाला मामला उत्तरकाशी जिले से सामने आ रहा है, जहां पर मंदिर मे रखे दान पात्र और भगवान की मूर्ति की चोरी करने वाले चोरों को पकड़ने व उन्हे दंड देने के लिए स्वयं देवडोली कोतवाली पहुंची।

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उत्तरकाशी जिले के चिणाखोली गांव में बीते रविवार को दो लोग पहुंचे। उन्होंने सेम नागराजा मंदिर में पहुंचकर मंदिर के पुजारी विकेश सेमवाल से बातचीत कर गांव के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद मंदिर के पुजारी विकेश अपने काम के चलते घर चले गए। जबकि गांव के अन्य लोग एक शादी समारोह में शामिल होने के कारण अपने-अपने कार्यों में व्यस्त हो गए। गांव में जैसे ही शादी समारोह संपन्न हुआ तो दूल्हा दुल्हन पूजा पाठ करने के बाद मंदिर चले गए। उनके जाने के बाद मंदिर के पुजारी दोबारा मंदिर प्रांगण में पहुंचे, जिन्होंने देखा कि मंदिर का दरवाजा टूटा हुआ है। इतना ही नहीं बल्कि मंदिर से देवता की मूर्ति गायब होने के साथ ही दान पात्र भी गायब था। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस प्रशासन को दी। मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम ने गांव में गए दो लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन उनके पास से चोरी का सामान बरामद नहीं हुआ।

ग्रामीणों ने जब सेम नागराजा देव डोली से मंदिर से चुराए गए सामान और चोरों के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें कोतवाली ले जाएं जहां पर वह चोर की शिनाख्त कर देंगे। इसके बाद गांव के लोग देव डोली के साथ कोतवाली पहुंचे, जहां पर देव डोली ने हिरासत में लिए गए दो लोगों को चोरी का आरोपी बताते हुए कहा कि यह पांच लोग थे, लेकिन गांव में सिर्फ दो ही लोग आए थे। इतना ही नहीं बल्कि इससे पहले ही देव डोली को उस स्थान की भनक लग गई थी, जहां पर चोरों ने दान पात्र और देवता की मूर्ति छुपाकर रखी थी।

गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर चोरी का सामान बरामद किया गया। ग्रामीणों ने कहा कि देव डोली ने पुलिस की हिरासत में लिए गए लोगों से आर्थिक दंड देने को कहा है। पुलिस प्रशासन द्वारा पूरे मामले की जांच पड़ताल जारी है। हालांकि अभी तक किसी प्रकार की कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जो चर्चा का विषय बना हुआ है।