मार्च का वेतन आहरित न होने पर आक्रोशित शिक्षकों व कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
चम्पावत। अप्रैल माह के 17 दिन बीत जाने के बाद भी राजकीय शिक्षकों एवं कार्मिकों को मार्च माह का वेतन नहीं मिल पाया है। इसको लेकर उनमें रोष है। सोमवार को राजकीय इंटर कॉलेज बाराकोट में शिक्षकों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
वेतन आहरण में हो रहे विलंब के कारण आक्रोशित कर्मचारियों और शिक्षकों ने राजकीय इंटर कॉलेज बाराकोट में उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के अध्यक्ष नगेंद्र कुमार जोशी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में भूपेंद्र प्रसाद, आशीष ओली, अर्जुन सिंह छतोला, पिंकी आर्य, पूनम भट्ट, माधवानंद जोशी, विनोद कुमार सिंह, अतुल नाथ, दीपक रावत, भगवानदास वर्मा, नारायण राम कालाकोटी, मगर सिंह बोहरा, हरचरण, रेवती आदि शामिल रहीं।
प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि मार्च माह के वेतन आहरण में विलंब होने से सरकारी शिक्षकों एवं कार्मिकों के घर की अर्थव्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है। विद्यालयों में छात्र छात्राओं को समय पर कॉपी किताब खरीदने के लिए कहने वाले शिक्षक अपने पाल्यों के लिए आज तक कॉपी किताब नहीं खरीद पाए हैं। क्योंकि माह फरवरी के वेतन से अवशेष आयकर की कटौती हो जाने के बाद बचता कुछ नहीं है। मार्च माह का वेतन वर्तमान तक आहरित नहीं हो पाया है, इसलिए शिक्षक और कार्मिकों की जेब में खाली पर्स के अलावा कुछ भी शेष नहीं बचा है। यही हाल पेंशनरों का भी हुआ पड़ा है। बच्चों की कॉपी किताब माता-पिता की दवाइयां एवं घर के जरूरी सामान के लिए सरकारी कार्मिकों के भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घर के खाली पड़े बर्तनों में कब राशन आएगा कोई पता नहीं।