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UKSSSC पेपर लीक मामले में एक और आरोपी हुआ गिरफ्तार, अब तक 62 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी

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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) पेपर लीक मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार हुआ है। आरोपी को एसटीएफ की टीम ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया था। यह आरोपी राजेश चौहान की प्रिंटिंग प्रेस आरएमएस में काम करता था। पिछले साल ही प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान को एसटीएफ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं, यूकेएसएसएससी UKSSSC स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा लीक मामले में अभी तक 47 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। जबकि पूरे यूकेएसएसएससी UKSSSC पेपर लीक मामले में अभी तक कुल 62 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग UKSSSC ने स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 में आयोजित कराई थी। जो धांधली और पेपर लीक की भेंट चढ़ गई थी। इस मामले में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद निवासी कसान खान का भी नाम आया था। जिस पर एसटीएफ की टीम ने 50 हजार रुपए का इनाम रखा था। एसटीएफ की टीम लगातार आरोपी कसान की गिरफ्तारी के कोशिश में जुटी हुई थी। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगातार उसके संभावित ठिकानों पर एक साल से छापेमारी कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी।

इसी बीच एक हफ्ते पहले एसटीएफ को सूचना मिली कि कसान खान अलीगढ़ में छिपा हुआ है। जिस पर एसटीएफ की एक टीम को अलीगढ़ भेजा गया। जहां 7 दिनों तक एसटीएफ की टीम ने आरोपी कसान की तलाश में जगह-जगह दबिश दी। इसी कड़ी में आरोपी कसान को मोहल्ला जमालपुर, अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद एसटीएफ की टीम उसे देहरादून लाई और पूछताछ कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

आरोपी कसान खान ने पूछताछ में बताया कि उसकी बहन की शादी फरवरी 2022 में होनी थी। वो साल 2018 से आरएमएस कंपनी में बतौर पेपर पैकिंग, नूमेरिक टायपिंग और प्रिंटिंग मशीन में काम करता था। उत्तराखंड में 4 और 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा होनी थी। इसी बीच आरएमएस कंपनी में काम करने वाले रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मुशा ने उसे मोटी रकम देने देने का झांसा दिया। रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मुशा के कहने पर आरोपी कसान ने 4 से 5 लाख रुपए के लालच में कंपनी के अंदर पेपर पैकिंग के दौरान अपने कपड़ों में छिपाकर पेपर बाहर ला लिए। जिन्हें रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मुशा को दे दिया। फिर इस मामले का खुलासा हुआ तो वो घर छोड़ कर भाग गया। फरार होने के दौरान में आगरा, दिल्ली, अलीगढ़, अजमेर आदि स्थानों में हुलिया बदलकर रहा।

उत्तराखंड एसटीएफ एसपी चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021, सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा, वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 में धांधली को लेकर मामला दर्ज हुआ था। ऐसे में दर्ज अलग-अलग 4 मुकदमों की जांच एसटीएफ ने की। सभी मुकदमों में एसटीएफ ने हर बिंदु पर जांच कर चार्जशीट कोर्ट को भेजे। जो अपराधी अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही है। ताकि, इन भर्ती मामलों में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके।

एक आरोपी नैनीताल हाईकोर्ट से ला चुका स्टे
स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में एसटीएफ की ओर से 47वें आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। इस परीक्षा की धांधली में 49 आरोपियों की संलिप्तता पाई गई थी। जिसमें से 47 आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एक आरोपी ने नैनीताल हाईकोर्ट से गिरफ्तारी स्थगन (स्टे) आदेश हासिल कर लिया है। एक अन्य फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

उत्तराखंड एसटीएफ ने 4 मुकदमों की जांच में यूकेएसएसएससी की ओर से आयोजित कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 परीक्षा की धांधली में अब तक 47, वन दरोगा की परीक्षा में 8, सचिवालय रक्षक परीक्षा में 1 और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा साल 2016 में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस तरह से कुल 62 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।