थल सेना प्रमुख पिथौरागढ़ में चाइना बॉर्डर पर जवानों संग दीपावली मनाने पहुंचे, बोले कभी भी शुरू हो सकता है ऑपरेशन सिंदूर 2.0

पिथौरागढ़। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी पिथौरागढ़ पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि आपरेशन सिंदूर 1.0 हो चुका है। ऑपरेशन सिंदूर को रोका नहीं है। कुछ समय के लिए जो गोलाबारी चल रही थी उसे रोका गया है। ऑपरेशन कायम है और तब तक चलता रहेगा, जब तक इसका लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता है। आर्मी चीफ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 2.0 कभी भी आ सकता है और भारतीय सेना इसके लिए तैयारी कर रही है।
भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी अपने भ्रमण के तहत शुक्रवार को पिथौरागढ़ पहुंचे थे। उन्होंने सेना ब्रिगेड मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। शनिवार देर शाम फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सैनिकों के साथ ही पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कार्यरत सैनिकों और पूर्व सैनिकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि वे दीपावली की बधाई देने यहां आए हैं।


सेना प्रमुख ने कहा कि देश के निर्माण में फौज हमेशा आगे रही है। राष्ट्र निर्माण में भारतीय सेना का पहला कदम होना चाहिए। नेशन बिल्डिंग का पहला स्तंभ भारतीय सेना को बनने की जरूरत है। जनता के साथ मिलकर काम करना है। डिजास्टर पर बचाव जरूरी है। इसके लिए कमांडर स्तर से ही निर्णय लिया जा सकता है। उत्तराखंड के धराली और थराली का मामला हो या फिर अमरनाथ में सेना ने आपदा में खोज बचाव के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया है। थल सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने जवानों से ऐसा लीडर बनने को कहा जिसे सभी पसंद करें। उन्होंने शारीरिक विकास पर ध्यान देने और तकनीक की जानकारी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि हर फौजी को एक लेवल बनाना पड़ेगा। इसमें जो जिम जाना चाहता है, खेल खेलना चाहता है या फिर एडवेंचर कर सकता है, सभी के लिए विकल्प रखे गए हैं। मेल और फीमेल के लिए पहले अलग- अलग टेस्ट होते थे। जब एक लड़ाई लड़नी है तो टेस्ट अलग क्यों, इसलिए दोनों के लिए टेस्ट एक किए हैं। उन्होंने महिला जवानों को मां काली का रूप कहा। रूप ऐसा हो कि लीडर बन सकें।

वेटरन को संबोधित करते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा कि 50वां नमन स्टेशन तैयार करने जा रहे हैं। वेटरन की कोई भी समस्या है तो उसका समाधान किया जाएगा। पेंशन, लोन जैसी जरूरतों के लिए भी कार्य किया जाएगा। वेटरन अक्सर परेशान रहते हैं। यह समस्या न रहे, इसके लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। टेली मेडिसिन सुविधा लॉन्च की है। सेना प्रमुख ने कहा कि केंद्रीय सैनिक बोर्ड, राज्य सैनिक बोर्ड और जिला सैनिक बोर्ड को दिल्ली बुलाया गया। उनकी समस्याओं को सुना और प्राइज दिया गया। रक्षा मंत्री ने ग्रांट को दोगुना किया है। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले या फिर वैवाहिक मामलों के लिए यह सुविधा दी गई है। फौज में रहकर आपने जो सेवा की है, उसके लिए वह उन्हें मान देते हैं। कैंटीन हो या फिर मेडिकल क्षेत्र में सभी जगह पर मान दिया है। भविष्य में और भी सहूलियत देने के प्रयास किए जा रहे हैं। सेना प्रमुख ने ये भी कहा कि हाल ही में 110 वेटरन को उनके विशिष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने सेना के साथ ही आश्रितों और वीर नारियों का भी जिक्र किया।

नॉर्दन कमांड और रुद्रा ब्रिगेड का हो रहा गठन…
थल सेना प्रमुख ने कहा कि सेना में शीघ्र ही नॉर्दन कमांड और रुद्रा ब्रिगेड का गठन किया जा रहा है। इसके अलावा भैरो बटालियन भी यहां पर गठित की जाएगी। इसी बटालियन से सैनिकों का चयन कर उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग, स्पेशल इक्यूपमेंट और स्पेशल तारगेट दिया जाएगा।
न्यू जनरेशन इक्यूपमेंट की जानकारी है जरूरी…
उन्होंने जवानों से न्यू जनरेशन इक्यूपमेंट की जानकारी रखने को भी कहा। थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी रविवार को हेलीकॉप्टर से भारत-चीन सीमा पर स्थित ज्योलिंगकांग (आदि कैलाश) जाएंगे। वहां पर जनरल सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात कर दीपावली की बधाई देंगे और उनकी हौसला अफजाई करेंगे। इसके बाद थल सेना प्रमुख नैनीसैनी एयरपोर्ट में आने के बाद बरेली रवाना होंगे।