अल्मोड़ाक्राइमनवीनतम

असिस्टेंट प्रोफेसर बनी कातिल बेटी: डिंपल ने बनाया पिता के कत्ल का प्लान, भाई, बहन और बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर दिया अंजाम

ख़बर शेयर करें -

अल्मोड़ा के लमगड़ा में आईटीबीपी के पूर्व सैनिक सुंदर लाल की हत्या मामले में पुलिस बड़ी बेटी को ही घटना का सूत्रधार मान रही है। हत्यारोपी बड़ी बेटी डिंपल पीएचडी कर देहरादून के एक निजी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर है।

लमगड़ा में गत बृहस्पतिवार को आईटीबीपी के पूर्व सैनिक सुंदर लाल की हत्या मामले में पुलिस बड़ी बेटी को ही घटना का सूत्रधार मान रही है। हत्यारोपी बड़ी बेटी डिंपल पीएचडी कर देहरादून के एक निजी कॉलेज में सहायक प्रोफेसर है। वहीं बेटा रितिक एमकॉम कर चुका है। पुलिस के मुताबिक बड़ी बेटी का प्रेमी जिम ट्रेनर है। स्थानीय लोग हैरान हैं कि उच्च शिक्षित बेटी और बेटा पिता की निर्मम हत्या कैसे कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अल्मोड़ा के सीओ विमल प्रसाद ने बताया कि बड़ी बेटी डिंपल की पिता के पैसों पर नजर थी, इसकी वह लगातार मांग कर रही थी। वह चाहती थी कि पिता अपने पैसे उसके खाते में जमा कर दें। पिता से पैसे निकालने के लिए उसने अपने भाई, नाबालिग बहन को भी अपने साथ मिला लिया। उसने प्रेमी और भाई-बहन के साथ गांव आकर पिता की जान ले ली।

यह था मामला: लमगड़ा ब्लॉक के भागादेवली गांव में दो बेटियों ने भाई और बड़ी बेटी के प्रेमी के साथ मिलकर आईटीबीपी से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिक पिता सुंदर लाल (60) पुत्र दुर्गाराम की बृहस्पतिवार को हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक उन्हें लाठी से पीटकर और दरांती से वार कर मार डाला था। पुलिस ने बड़ी बेटी डिंपल (25), उसके भाई (21) और नाबालिग बेटी देहरादून के पिता सरकारी आवास में रहते थे। 28 दिसंबर को तीनों और बड़ी बेटी का प्रेमी संगम विहार दिल्ली निवासी हर्षवर्धन गांव पहुंचे। इसके बाद चारों ने सुंदर लाल के भाई ओमप्रकाश को परिवार समेत पीटकर घर से भगा दिया। कुछ देर में घर से चीखने की आवाज आने पर भाई ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कमरे का दरवाजा तोड़ा तो वहां सुंदर लाल का शव पड़ा था। दरवाजा खुलते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें गोठ में बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया था।