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बाटनागाड़ इफेक्ट : पूर्णागिरि धाम में 10 साल में पहली बार लटके दुकानों पर ताले

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टनकपुर। मानसून में भी श्रद्धालुओं की आवाजाही से गुलजार रहने वाला मां पूर्णागिरि धाम इन दिनों सन्नाटे में है। देवी दर्शन के लिए न कोई श्रद्धालु है और न ही धाम में कोई कारोबारी। 10 साल में पहली बार देवी धाम की दुकानों पर ताले लटक गए हैं। इन सबकी वजह है पूर्णागिरि धाम मार्ग पर बाटनागाड़ में आया भारी मलबा।

देवी धाम में पिछले साल जुलाई के पहले 10 दिन में 25 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे, लेकिन इस बार चार जुलाई से धाम में आवाजाही बंद है। धाम जाने वाली सड़क पर टनकपुर से आठ किमी दूर बाटनागाड़ में आए भारी मलबे से छोटे-बड़े हर तरह के वाहनों का आवागमन बंद है। तीन जुलाई तक करीब पांच हजार श्रद्धालु धाम पहुंचे थे। इसके बाद से आज तक एक भी श्रद्धालु ने दर्शन नहीं किया है। ज्यादातर दुकानें बंद कर दी गई हैं और 90 प्रतिशत से अधिक कारोबारी यहां से जा चुके हैं। धाम की तमाम गतिविधियां थम सी गई हैं।

2013 में तीन माह बंद रहा था बाटनागाड़
मां पूर्णागिरि धाम में इससे पहले सिर्फ एक बार ऐसे हालात बने थे जब धाम में स्थित दुकानें बंद रही थीं। वर्ष 2013 में हुई अतिवृष्टि से बाटनागाड़ में मलबा और बोल्डर आए थे। तब करीब तीन महीने तक टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग बंद रहा था। शारदीय नवरात्र से एक दिन पहले बाटनागाड़ को आवाजाही के लायक बनाया जा सका था। इस बार चार जुलाई से बाटनागाड़ में आए मलबे के कारण आठ दिन से आवाजाही बंद है।

बाटनागाड़ नाले पर बनेगा पुल
बाटनागाड़ का नाला पूर्णागिरि धाम के अलावा सीमांत के मद्देनजर खासा महत्वपूर्ण है। नेपाल सीमा से लगी टनकपुर-जौलजीबी सड़क और ककरालीगेट-भैरव मंदिर सड़क पर आवाजाही के लिए यहीं से होकर गुजरना होता है। 600 मीटर लंबे बाटनागाड़ का अधिकांश हिस्सा श्यामलाताल के पास बिसौरिया से होने वाले भूस्खलन की वजह से रोखड़ में तब्दील है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस साल नौ मार्च को बाटनागाड़ पर पुल निर्माण का एलान किया था। अब देखने वाली बात यह है कि घोषणा का यह पुल धरातल पर कब तक उतर पाता है।

सावन में सोमवार ही नहीं कमोवेश पूरे महीने श्रद्धालु देवी धाम पहुंचते हैं, लेकिन बाटनागाड़ में आए मलबे ने इस बार देवी धाम में तीर्थयात्रियों को आने से रोक दिया है। मलबे को हटाने के लिए और अधिक मशीन लगाई जानी चाहिए। पंडित किशन तिवारी, अध्यक्ष, मंदिर समिति, पूर्णागिरि

टनकपुर-ठुलीगाड़ सड़क पर बाटनागाड़ में आए मलबे को हटाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। दो पोकलेन और दो अन्य मशीन लगाई गई हैं। मौसम ठीक रहने और पहाड़ी से मलबा नहीं आने पर इस सप्ताह बाटनागड़ से मलबा हटा लिया जाएगा। सुंदर सिंह, एसडीएम, टनकपुर

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