बेलखेत में आपदा से पहले की तैयारी, ग्रामीणों को मिला खोज बचाओ और जीवन रक्षा का प्रशिक्षण
चम्पावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार के आदेशानुसार और अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा के दिशा-निर्देशन में मानसून सत्र 2025 के मद्देनजर जनपद चम्पावत के संवेदनशील नदी किनारे क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को आपदा के प्रति जागरूक और सक्षम बनाने के उद्देश्य से तहसील चम्पावत के ग्राम दियूरी बेलखेत में एक दिवसीय बाढ़/आपदा खोज एवं बचाव जन-जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

ग्रामीणों को खोज-बचाव और जीवन रक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्राकृतिक आपदाओं से पहले, दौरान और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इसमें प्राथमिक उपचार, स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके आपदा रेस्क्यू उपकरण (जैसे स्ट्रेचर) बनाने के तरीके, आपदा के समय खोज एवं बचाव उपकरणों का सुरक्षित उपयोग, और तेज बहाव वाली नदी में सुरक्षित आचरण से संबंधित महत्वपूर्ण बातें शामिल थीं। इसके अलावा, घायल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने की विधियां, आपातकालीन मोबाइल और टोल फ्री नंबर, ‘सचेत’ और ‘भूकंप’ मोबाइल ऐप्स की जानकारी भी प्रदान की गई। प्रतिभागियों के बीच आवश्यक पोस्टर और पंपलेट का वितरण भी किया गया, जिससे वे इन जानकारियों को आसानी से याद रख सकें।

कार्यक्रम का संचालन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मास्टर ट्रेनर भरत गुसाईं, एसडीआरएफ के राकेश जुकरिया और होमगार्ड दीपक पुनेठा द्वारा किया गया। प्रशिक्षण के बाद, बेलखेत में स्थापित ट्रॉली सिस्टम का भी निरीक्षण किया गया, जो आपदा की स्थिति में एक वैकल्पिक राहत साधन के रूप में कार्य कर सकती है। यह पहल बेलखेत और आसपास के क्षेत्रों को किसी भी संभावित बाढ़ संकट से निपटने के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। प्रशिक्षण में राजस्व उपनिरीक्षक भनोली व स्वाला, ग्राम विकास अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग से सीएचओ, बीएचडब्ल्यू, आशा कार्यकर्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ, पीएलबी (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) सूखीढांग, युवक/महिला मंगल दल के अध्यक्ष और स्थानीय ग्रामीणजन सहित कुल 53 महिला-पुरुष प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

