मां पूर्णागिरि धाम में प्रथम नवरात्र पर कलश यात्रा के साथ हुआ भागवत कथा का शुभारंभ, 25 हजार श्रद्धालुओं ने किये मातारानी के दर्शन
टनकपुर। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिवस पर आज 3 अक्टूबर को मां पूर्णागिरि धाम में श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। मां शारदा से जल लेकर टुनास प्राचीन धुनी स्थल से कलश यात्रा के साथ महिलाओं एवं मंदिर के पुजारियों द्वारा मुख्य मंदिर तक कलश यात्रा निकाली गई। महिलाओं द्वारा कलश यात्रा के समापन के बाद प्राचीन धुनी स्थल में वाद्य यंत्रों के साथ बैठक भजन संध्या कार्यक्रम आयोजित किया। प्रथम दिवस पर उत्तराखंड शासन के अपर सचिव जगदीश कांडपाल ने भी मां पूर्णागिरि के दर्शन किए।
कथावाचक गिरीशान्नद शास्त्री द्वारा प्रथम दिवस की कथा का शुभारंभ किया। वहीं दूसरी ओर मां पूर्णागिरि धाम प्रथम शारदीय नवरात्र पर मित्र राष्ट्र नेपाल के साथ ही यूपी के बरेली, पीलीभीत, लखनऊ, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, कासगंज समेत अन्य राज्यों के दर्शनार्थी मातारानी के दर्शन को पहुंचे। इससे पहले टनकपुर एवं बूम शारदा घाट में उन्होंने गंगा स्नान किया। देर शाम तक धाम में दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ रहा है।
एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि शारदीय नवरात्रि पर मां पूर्णागिरि धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर क्षेत्र में मांस मदिरा एवं अन्य नशीले सामग्री पर रोक लगाई गई है। मंदिर समिति के आफिस से सीसीटीवी के माध्यम की मेला क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जा रही है। भैरव मंदिर व काली मंदिर में यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधा के लिए मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। ठुलीगाड़ व भैरव मंदिर में मेडिकल एम्बुलेंस की तैनाती भी की गई है। मंदिर समिति अध्यक्ष किशन तिवारी ने बताया कि आज से कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ किया गया है। आज नवरात्र के प्रथम दिवस पर करीब 25 श्रद्धालुओं ने मां पूर्णागिरि के दर्शन किए। बिजली, पानी व सड़क की सभी सुविधा सुचारू रूप से चल रही हैं। कोतवाल योगेश उपाध्याय ने बताया कि प्रथम दिवस पर रोडवेज, रेलवे स्टेशन, शारदा घाट, बूम घाट एवं ककराली गेट से मुख्य मंदिर तक शांति व्यवस्था के लिए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही मेला क्षेत्र में जेबकतरों नशेड़ी, वाहन चालक पर पैनी नजर रखी जा रही है।