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देहरादून पुलिस क़ो बड़ी कामयाबी, प्रतिबन्धित नशीली दवाओं के 68000 नशीले कैप्सूल/टैबलेट बरामद, कीमत 50 लाख, पुलिस टीम को ईनाम 60 हजार

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देहरादून पुलिस ने प्रतिबन्धित नशीली दवाओं की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी करते हुए लगभग 68000 नशीले कैप्सूल/टैबलेट (ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल व एल्फ्राजोलाम के 11400) बरामद करते हुए दो मेडिकल स्टोर संचालकों को गिरफ्तार किया है। बरामद माल की कालाबाजार में अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस टीम को आईजी ने 40 हजार व डीआईजी ने 20 हजार के नकद ईनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री के विजन 2025 ‘ड्रग फ्री देवभूमि’ की परिकल्पना को साकार करने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए जनपद में नशे की प्रवृत्ति पर प्रभावी रोकथाम लगाने तथा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। जिनके अनुपालन में पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष प्रेमनगर द्वारा लोगों को नशे के प्रति जागरूक करने तथा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियो की धरपकड हेतु अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।

गठित पुलिस टीमों द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में सुरागरसी-पतारसी करते हुए लगातार गोपनीय रूप से सूचनाएं एकत्रित की जा रही हैं। उक्त क्रम में दिनांक:06/07-05-23 की रात्रि पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि सुद्धोवाला चौक के निकट वंश मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा केमिस्ट की दुकान की आड़ में लोगों को प्रतिबन्धित दवाएं बेची जा रही हैं। सूचना पर क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा उक्त मेडीकल स्टोर पर दबिश दी गयी तो मेडिकल स्टोर संचालक व उसका भाई अपनी दुकान पर प्रतिबन्धित नशीली दवांए बेचते हुए पकड़े गये। मेडिकल स्टोर की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को मेडिकल स्टोर से नशीली दवाओं की बडी खेप बरामद हुई, जिसके सम्बन्ध में पूछताछ करने पर मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा बताया गया कि वह तथा उसका भाई दोनों केमिस्ट की दुकान चलाते हैं तथा ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड़ में उक्त प्रतिबन्धित नशीली दवाओं को नशे के आदे नौजवानों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। उनके पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है।

दोनों अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध थाना प्रेमनगर में धारा: 08/22/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। बरामद प्रतिबन्धित दवाओं के बैच नम्बरों से उक्त दवाओं के निर्माता व स्रोतों के सम्बन्ध में जानकारी जुटाई जा रही है।
अभियुक्तों का विवरण
1- कृष्ण कुमार पुत्र श्री रमेश चन्द्र नि0 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून उम्र 42 वर्ष
2- विनय कुमार पुत्र श्री रमेश चन्द्र नि0 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून उम्र 40 वर्ष

पूछताछ का विवरण
पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि हम वर्ष: 2013 से दवाओं को बेचने का कार्य कर रहे हैं। हमारे पास दवाओं को बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं है। उक्त प्रतिबन्धित नशीली दवाएं केवल चिकित्सक की सलाह पर ही दी जाती हैं परन्तु नशे के आदि व्यक्तियों द्वारा इन दवाओं को नशा करने के लिये प्रयोग किया जाता है, इसलिये हम लोग इन दवाओं की कालाबाजारी कर नशे के आदि व्यक्तियों को ऊंचे दामों में बेचते हैं। हमारी सुद्धोवाला चौक पर ही वंश मेडिकल स्टोर तथा आयुष मेडिकल स्टोर के नाम से दो दुकाने हैं। पूर्व में हम सुद्धोवाला चौक पर ही किराये पर दुकाने चलाया करते थे। परन्तु वर्तमान में हमने अपनी दुकाने खरीद ली हैं, जिनमें हम उक्त मेडीकल स्टोर संचालित करते हैं। उक्त प्रतिबन्धित दवाओं को हम रेसकोर्स निवासी इन्द्रजीत नामके व्यक्ति से खरीदते हैं, जो कि धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है। हमारे द्वारा उक्त सभी प्रतिबन्धित नशीली दवाएं कुछ दिन पूर्व ही इन्द्रजीत से खरीदी गयी थी।

बरामद माल का विवरण
1- SEMDEX PLUS ( NRX) ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल
2- B- REST ( NRX) एल्फ्राजोलाम के 11400 टैब्लेट
कालाबाजार में बरामदा माल की अनुमानित मूल्य 50 लाख

भारी मात्रा में नशीली दवाओं की बरामदगी करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र ने 40000/- (चालीस हजार) रुपये तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने 20000/- (बीस हजार) रुपये नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी है।

पुलिस टीम में आशीष भारद्वाज (क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर), पीडी भट्ट (थानाध्यक्ष प्रेमनगर), प्रवीण सिंह पुण्डीर (वरिष्ठ उप निरीक्षक थाना प्रेमनगर), दीपक मैठाणी (चौकी प्रभारी), संजय रावत (उ0नि0 थाना प्रेमनगर, सैय्यदुल बहार (उ0नि0 थाना प्रेमनगर), हे0का महेन्द्र सिंह,
कां0 अमित कवि व कां0 जीएस सैनी शामिल रहे।

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