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लोहाघाट में देवदार के आठ पेड़ों को काटने का मामला, राजस्व विभाग ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ दी तहरीर

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लोहाघाट। नगर में वन तस्करों द्वारा बेखौफ होकर सरेआम आठ देवदार के बहुमूल्य पेड़ काटे जाने के मामले में राजस्व विभाग ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ थाने में तहरीर सौंपी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मालूम हो कि शनिवार को सूचना मिलने पर लोहाघाट तहसीलदार विजय गोस्वामी के नेतृत्व में राजस्व विभाग व वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। साथ ही एक घर से बल्लियां बरामद की गईं। साथ ही एक इलेक्ट्रिक आरा मशीन जब्त की। तहसीलदार लोहाघाट विजय गोस्वामी ने बताया रविवार को लोहाघाट के राजस्व उप निरीक्षक राकेश पंगरिया के द्वारा अज्ञात वन तस्करों के खिलाफ लोहाघाट थाने में तहरीर दी गई है। वहीं लोहाघाट थाने के एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया है कि राजस्व उप निरीक्षक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात वन तस्करों के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 व फॉरेस्ट एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच करी जा रही है। फिलहाल वन विभाग ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है मामला नगर पालिका क्षेत्र का है। इसलिए जिम्मेदारी राजस्व विभाग की बनती है। वहीं इस मामले को लेकर लोहाघाट में चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोगों का कहना है बिना विभागीय अधिकारियों की मिली भगत के इस प्रकार से बेखौफ होकर आठ देवदार के पेड़ नहीं काटे जा सकते हैं। वन विभाग को आठ पेड़ काटने वाले तस्करों का नाम पता न होने पर भी लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं। चर्चा है कि देवदार के पेड़ों से बनाई गई बल्लियां चार मकानों से बरामद हुई हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि पेड़ काटने वाले रसूखदार हैं। ये ही वजह है कि वन विभाग मामले से अपना पल्ला झाड़ रहा है। वहीं लोगों में पेड़ काटने वालों के खिलाफ रोष है। वे मामले में कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग कर रहे हैं।