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टनकपुर राजकीय महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी ने किया शुभारंभ

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टनकपुर। राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 एवं नवीन दिव्यांगजन एक्ट 2016 विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि कैलाश गहतोड़ी, मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ओम प्रकाश सिंह नेगी, कॉलेज के प्राचार्य नगेंद्र द्विवेदी, उत्तराखंड विश्वविद्यालय की शिक्षा शास्त्र के निदेशक प्रोफेसर एके नवीन उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश चंद्र गहतोड़ी द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति में दिव्यांग जनों के लिए प्रावधानों की जानकारी इस कार्यशाला के माध्यम से प्रतिभागीयों को मिलेगी साथ ही मुक्त विश्वविद्यालय वर्तमान में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। विश्वविद्यालय की बढ़ती छात्र संख्या उसकी लोकप्रियता और विश्वसनीयता की ओर इंगित करती है दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से इस तरह की कार्यशालाओं का लाभ प्रतिभागियों के साथ सामान्य जनों को भी मिलता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं विश्वविद्यालय हल्द्वानी के कुलपति प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह नेगी ने कार्यशाला में आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में दूरस्थ शिक्षा को महत्व दिया गया है और दूरस्थ शिक्षा वर्तमान में उच्च शिक्षा के प्रसार के लिए अपनी भूमिका का बहुत अच्छा निर्वहन कर रहा है दूरस्थ शिक्षा आप को कहीं भी, किसी भी समय, किसी के लिए भी शिक्षा के साधन उपलब्ध कराती है, कार्यशाला में आये प्रतिभागियों से उन्होंने अपेक्षा की कि इन दो दिवस व विशेषज्ञों के व्याख्यान दिव्यांगजन नीति व नई शिक्षा नीति पर सुनेंगे और उनसे संबंधित प्रावधानों को अपने कार्य क्षेत्र में उपयोग में लाएंगे।


कार्यक्रम के विशेष अतिथि प्रोफेसर नगेन्द्र द्विवेदी प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय टनकपुर ने इस प्रकार की कार्यशाला का महाविद्यालय में कराए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही उन्होंने अपेक्षा की कि मुक्त विश्वविद्यालय महाविद्यालय को इस तरह की कार्यशाला के आयोजन के लिए हमेशा प्राथमिकता देता रहेगा जिससे सीमांत क्षेत्र के लोगों को नवीन ज्ञान की जानकारी होती रहे और मुक्त विश्वविद्यालय के द्वारा सीमांत क्षेत्र के लोगों को अपनी उच्च शिक्षा बढ़ाने में हमेशा सहायक सिद्ध होगा। विशेष शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ सिद्धार्थ पोखरियाल द्वारा कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। शिक्षा शास्त्र विद्याशाखा के निदेशक प्रोफेसर एके नवीन द्वारा अपना व्याख्यान मानवाधिकार एवं दिव्यांगजन विषय पर दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में शिक्षा शास्त्र विभाग के निदेशक डॉ डिगर सिंह द्वारा नई शिक्षा नीति में दिव्यांगजनों के लिए प्रावधान विषय पर व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम के तीसरे सत्र में डॉ कल्पना लखेड़ा द्वारा, नई शिक्षा नीति में आंगनवाड़ी के अंतर्गत बाल वाटिका का प्रावधान विषय पर अपना व्याख्यान दिया गया। पहले दिन के समापन सत्र का धन्यवाद डॉ धर्मवीर सिंह सह प्राध्यापक व अध्ययन केंद्र प्रभारी उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। कार्यशाला में टनकपुर व चम्पावत क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्यो द्वारा प्रतिभाग किया गया| कार्यशाला का संचालन डॉ. सुमन कुमारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर सुषमा मक्कड़ ,भावना धोनी, पूजा भट्ट, दीप्ति कुंजवाल, रमेश बमेटा व महाविद्यालय के स्टाफ के समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे।