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चम्पावत : पाकिस्तान के साथ 1971 में हुए युद्ध में चम्पावत के एक आफिसर और 12 जवानों ने दी थी शहादत

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कै.उमेद सिंह महरा, 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद। फाइल फोटो

चम्पावत। वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में चम्पावत जनपद के वीर जवानों ने भी दुश्मन सेना के साथ युद्ध करते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहादत देने वाले वीर जवानों में विकासखंड लोहाघाट, पाटी, बाराकोट और चम्पावत के योद्धा शामिल रहे। सभी ने अपने अदम्य साहस का परिचय देकर दुश्मनों के छक्के छुडा दिए थे।

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पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कै. आरएस देव ने बताया है कि 1971 में पाकिस्तान से हुए युद्ध में भारतीय सेना ने अपना पराक्रम दिखाकर दुश्मन सेना को रौंद दिया था। कै. देव ने बताया कि इस युद्ध में चम्पावत जिले के एक आफिसर और 12 जवानों ने अपनी शहादत दी। उन्होंने बताया कि शहीदों में जनकांडे के कै.उमेद सिंह माहरा, मल्लाकोट के मान सिंह, चामी के जोध सिंह, कलीगांव के प्रताप सिंह, छंदा रेगडू के शिवराज सिंह, कमेला के केशव दत्त, मेदी ढेक के गंगा सिंह, बुंगली के हरी चंद, बस्ती के रेवाधर, कमेला के ज्वाला दत्त, सौंज के केदार दत्त, मुडियानी के प्रहलाद सिंह, रमेला के हयात सिंह शामिल हैं। कै.देव ने बताया कि युद्ध में अदम्य शौर्य और साहस का परिचय देते हुए वीरगति को प्राप्त हुए जनकांडे निवासी कै. शहीद उमेद सिंह माहरा को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया।

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