चम्पावत : शिकायतकर्ता सीधे अधिकारी से करें संपर्क, समस्याओं के निस्तारण की जानकारी स्वयं लें : जिलाधिकारी
तहसील दिवस में जिलाधिकारी ने सुनीं 51 शिकायतें, कहा- जनता की समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही हो
पाटी/चम्पावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को विकास खंड सभागार पाटी में जिला स्तरीय तहसील दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसामान्य की शिकायतों को संवेदनशीलता और गंभीरता से लेते हुए निर्धारित समय-सीमा में उनका निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि जनता को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक रूप से जिला मुख्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें। प्रत्येक स्तर पर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए संबंधित विषय की समस्याओं का निस्तारण उसी स्तर पर करें। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अधिकारी प्रत्येक आवेदक की समस्या को शालीनता और धैर्यपूर्वक सुनें तथा निस्तारण की गति को त्वरित बनाए रखें।
जिलाधिकारी ने सभी शिकायतों से संबंधित विभागीय अधिकारियों से योजनाओं एवं सरकारी सेवाओं की जानकारी के बारे में उपस्थित लोगों को अवगत कराया। साथ ही, उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी शिकायतकर्ताओं को उपलब्ध कराए, ताकि आवेदक सीधे संबंधित अधिकारी से संपर्क कर अपनी शिकायत की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकें।

कार्यक्रम के दौरान पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, आंगनबाड़ी, आपदा जनित क्षति एवं जंगली जानवरों से सुरक्षा आदि विषयों से संबंधित कुल 51 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष प्रकरणों को संबंधित विभागों को सौंपते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए ताकि वही शिकायतें आगामी तहसील दिवस में पुनः प्रस्तुत न हों।
तहसील दिवस के दौरान प्राप्त शिकायतों पर जिलाधिकारी ने मौके पर ही कई निर्देश दिए। लक्ष्मी देवी, निवासी ढरौंज की सामुदायिक शौचालय की मांग पर जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को प्रस्ताव तैयार कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। गोविंद सिंह, निवासी नौलियागांव की पंचायत भवन निर्माण की मांग पर खंड विकास अधिकारी एवं पंचायत राज अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए। गीता भट्ट, निवासी भिंगराड़ा के खेल मैदान की मांग पर डीओ पीआरडी को मिनी स्टेडियम का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। तारबाड़, कृषि, उद्यान व जंगली जानवरों की समस्या पर जिलाधिकारी ने कृषि अधिकारी, उद्यान अधिकारी और एसडीओ फॉरेस्ट को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
श्रम कार्ड न बन पाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने श्रम विभाग को विशेष कैंप लगाकर प्राथमिकता के आधार पर सभी पात्र व्यक्तियों के श्रम कार्ड बनाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा भी क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं और मांगों को जिलाधिकारी के समक्ष रखा गया।
ग्राम प्रधान अमोली ने पेयजल आपूर्ति सुदृढ़ करने, पूर्व ग्राम प्रधान कृष्णानंद जोशी ने रमक में बैंक शाखा खोलने एवं मोटर मार्ग निर्माण की मांग रखी। ग्राम पंचायत मंगललेख के गोपाल सिंह और पुष्कर सिंह ने जंगली जानवरों से फसल बचाव हेतु तारबाड़ की मांग की। इसी क्रम में हेम शर्मा ने पाटी–गूम मार्ग में जल निकास, पूर्णानंद भट्ट ने रोलमेल में सोलर लिफ्ट पंप से सिंचाई, त्रिलोक राम ने मनरेगा में रोजगार सेवक की नियुक्ति, नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान रेखा ने रमक में चैनलिंग/फेंसिंग तथा बसंत बल्लभ अटवाल ने राजकीय इंटर कॉलेज रमक से संबंधित समस्याएं प्रस्तुत कीं।

इसके अतिरिक्त भागी राम ने गूम में जल संस्थान के अपूर्ण कार्यों, चंद्रशेखर गढ़कोटी ने टांण मल्ला की विभिन्न समस्याओं, हरिश्चंद्र ने रमक में फसल सुरक्षा फेंसिंग, नरेश चंद्र भट्ट ने बिजली, खेती एवं सड़क संबंधी समस्याओं, सोसायटी फॉर ह्यूमन रिसोर्स एंपावरमेंट ने आरडीटीसी भूमि के संरक्षण, ग्राम प्रधान ढरोज लक्ष्मी देवी ने सीएससी एवं सामुदायिक शौचालय, ग्राम प्रधान नोलियागांव गोविंद सिंह ने मूलभूत समस्याओं, विनोद जोशी ने सागो में रास्ते की इंटरलॉकिंग एवं प्रेम गिरी ने सड़क सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग रखी।
सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनकर जिलाधिकारी ने सभी संबधित अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, डीडीओ श्री डी.एस. दिगारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान, बीडीओ श्री अवनीश सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं दूरदराज के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

