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चम्पावत जिला अस्पताल : व्यवस्था के भरोसे चल रही ‘व्यवस्था’ हुई संपन्न, आज से गर्भवतियों को उठानी पड़ सकती हैं दिक्कतें, जानें क्या है पूरा मामला…

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चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र वाले चम्पावत के जिला अस्पताल में 25 अक्तूबर से गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। तीन जिलों की नौ स्त्री रोग विशेषज्ञों की रोस्टर वार लगाई ड्यूटी का 24 अक्तूबर को समाप्त हो गया है। अब गर्भवती महिलाओं के इलाज का जिम्मा एलएमओ के पास होगा। ऐसे में अगर कोई गंभीर मामला आ गया तो उसे रेफर करना ही एकमात्र विकल्प जिला अस्पताल के पास होगा।

चम्पावत जिला अस्पताल में आज 25 अक्तूबर से महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञों की सुविधा नहीं मिल पाएगी। ऐसे में क्षेत्र की प्रसूताओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि जिला अस्पताल में अब सामान्य प्रसव की सुविधा मिल पाएगी, वो भी एलएमओ के भरोसे। गंभीर मामलों में रेफर करने के अलावा जिला अस्पताल प्रशासन के पास कोई विकल्प ही नहीं बचेगा।

मालूम हो कि 15 जुलाई को प्रसूता की मौत के बाद शासन स्तर से चम्पावत अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ को लाने के प्रयास किए थे, लेकिन 26 जुलाई तक अल्मोड़ा से संबद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ के नहीं आने के बाद शासन ने नया तरीका निकालते हुए रोस्टर के हिसाब से तीन जिलों की स्त्री रोग विशेषज्ञों की गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए रोस्टरवार तैनात किया। महानिदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण देहरादून तारा आर्या ने 25 जुलाई को आदेश जारी कर 24 अक्तूबर तक रोस्टर बनाकर जारी किया था। महानिदेशक ने प्रांतीय स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवा (पीएमएचएस) संवर्ग में कार्यरत नौ स्त्री रोग विशेषज्ञों को जनहित में तात्कालिक प्रभाव से जिला चिकित्सालय चम्पावत में कार्य करने के लिए रोटेशन के अनुसार अनिवार्य रूप से तैनात करने के आदेश दिए। जिसके चलते जिला अस्पताल की व्यवस्था ‘व्यवस्था’ के भरोसे चल रही थी, जो फिलहाल संपन्न हो गई।

वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान द्वारा अवगत कराया गया कि स्त्री रोग विशेषज्ञ रोस्टर ड्यूटी द्वारा महानिदेशालय को रोस्टर बढ़ाने व स्थाई व्यवस्था किए जाने हेतु अनुरोध किया गया था, स्त्री रोग विशेषज्ञ की व्यवस्था महानिदेशालय स्तर से ही की जानी है। महानिदेशालय से व्यवस्था होने पर जिला चिकित्सालय चंपावत में गंभीर गर्भवतियों का इलाज संभव हो पाएगा साथ ही उन्होंने बताया कि जनपद चंपावत में जिला चिकित्सालय चंपावत, उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट एवं उप जिला चिकित्सालय टनकपुर में भी स्त्री रोग विशेषज्ञ तैनात नहीं है। वर्तमान में सामान्य प्रसव ही चिकित्सालय में कराए जा सकते हैं।