चम्पावत : जिलाधिकारी ने जल निगम अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, पानी की समस्या दूर होने तक गांव में ही रहकर करें कार्य
वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम-II के तहत तामली में आयोजित बहुउद्देशीय सेवा शिविर में जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की शिकायतों का किया त्वरित निस्तारण
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार, ग्रामीण एवं सीमांत क्षेत्रों में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचाने के उद्देश्य से वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम-II के अंतर्गत जनपद चम्पावत के मेला स्थल तामली में देर शाम तक चले बहुउद्देशीय सेवा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में वाइब्रेंट विलेज तामली और पोलप के ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती ने ग्रामीणों को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत क्षेत्र में दीवार निर्माण कार्य, रेलिंग निर्माण, तारबाड़, ओपन जिम निर्माण, सोलर स्ट्रीट लाइट, स्वागत द्वार निर्माण आदि अनेक विकास योजनाएँ प्रस्तावित हैं। ग्रामीणों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत करते हुए शमशान घाट मार्ग का निर्माण, तामली से रुपालिगाड़ तक अस्व मार्ग को जोड़ने, लिफ्ट पेयजल योजना तथा फार्म मशीनरी की उपलब्धता जैसे प्रस्ताव भी योजना के अंतर्गत रखने के सुझाव दिए।

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने शिविर के दौरान ग्रामीणों की शिकायतों एवं समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए। विशेष रूप से पेयजल की समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी ने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जब तक गांव में जलापूर्ति की समस्या पूरी तरह दूर नहीं हो जाती, तब तक वे क्षेत्र में ही रहकर निरंतर निगरानी करें और 15 दिनों के भीतर समस्या का समाधान सुनिश्चित करें।
इसके अतिरिक्त ग्रामीणों ने राजकीय इंटर कॉलेज भवन में अतिरिक्त कक्षों की मांग, बीएसएनएल नेटवर्क सुधार, खेल मैदान की आवश्यकता, तामली से उरी तोक तक 4 किमी सड़क निर्माण, एवं मंच उप तहसील के सुचारु संचालन से संबंधित सुझाव भी प्रस्तुत किए। जिलाधिकारी ने इन प्रस्तावों पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए संबंधित विभागों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही नारायण राम को अटल आवास तथा देवकी देवी सहित अन्य लोगों की व्यक्तिगत शिकायतों पर भी जिलाधिकारी ने मौके पर समाधान हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा अपनी योजनाओं एवं सेवाओं की जानकारी ग्रामीणों को एक ही स्थान पर प्रदान की गई। इसमें विधिक साक्षरता प्रकोष्ठ, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य शिविर, तहसील प्रशासन, ग्राम विकास विभाग, आंचल दुग्ध विकास, पर्यटन, सहकारिता, रेशम विकास, कृषि विभाग, भारतीय स्टेट बैंक, विद्युत विभाग, ऊर्जा विकास एजेंसी, वन विभाग, डाक विभाग, होम्योपैथिक चिकित्सा, श्रम विभाग, समाज कल्याण, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, पुलिस विभाग तथा आधार एवं वित्तीय साक्षरता शिविर शामिल रहे।
सभी विभागों ने ग्रामीणों को विभिन्न प्रमाणपत्र, पंजीकरण, योजनाओं की जानकारी व सुविधाएं उपलब्ध कराईं। शिविर में ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा, कनिष्ठ उप प्रमुख मनोज जोशी, जिला पंचायत सदस्य शैलेश जोशी, ग्राम प्रधान तामली कुसुम जोशी, जनप्रतिनिधि दलीप सिंह महर, देवेंद्र जोशी, गणेश दत्त जोशी, प्रहलाद सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण एवं विभागीय टीमों ने सहभागिता की।