चम्पावत : मंडलायुक्त दीपक रावत ने किया डेंजर जोन स्वाला का निरीक्षण, सुधारीकरण एवं भू-धंसाव रोकने के लिए किए गए कार्यों की ली जानकारी

चम्पावत। आयुक्त कुमाऊं मंडल व सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने शनिवार को टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग-09 के किमी 106-300 (स्वाला) पहुंच कर सड़क सुधारीकरण व पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे व एनएच के अधिकारियों से किए जा रहे सुधारीकरण कार्य एवं स्वाला में हो रहे भू-धंसाव को रोकने के लिए किए गए कार्यों व स्थाई समाधान की जानकारी ली। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि भू-धसाव आदि को रोकने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर स्थाई समाधान कराया जाए।




आयुक्त कुमाऊं ने कहा कि सड़क में पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलवे और हो रहे जल रिसाव के कारण यह पहाड़ी लगातार जो शिथिल होती जा रही है, इसके स्थाई समाधान हेतु एनएच के अधिकारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए कार्य कर उक्त स्थान पर यात्रा को सुरक्षित करें। कुमाऊं आयुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग–09 स्वाला में पहाड़ी से मलवा लगातार गिर रहा है, जिस पर एनएच द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है जो की प्रशंसनीय है और आगे भी सुरक्षात्मक तरीके से कार्य कर आमजन को बेहतर सुविधा देने की बात अधिकारियों से कही। उन्होंने जिलाधिकारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस तरह से उनके द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है, उसका ही यह नतीजा है कि सड़क पर जहां ग्राउटिंग की गयी है वह स्थिर हो गयी है और यातायात हेतु समयबद्ध खुली है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऊपर अत्यधिक मात्रा में मिट्टी, पत्थर है उसको सुरक्षात्मक तरीके से हटाते हुए उसे डंपिंग जोन में डालें।
आयुक्त ने कहा कि आवागमन हेतु सावधानी व सुरक्षात्मक रूप से एनएच 09 (स्वाला) में लगातार निगरानी रखी जाए। सड़कों के सुधार का काम तीव्र गति से शुरू हो सके इस हेतु पूर्व में भी अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए हैं। इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पांडे द्वारा आयुक्त कुमाऊं को राष्ट्रीय राजमार्ग 09 स्वाला में किए जा रहे पहाड़ी के स्थाई ट्रीटमेंट कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 09 स्वाला में छोटे व बड़े वाहनों के लिए निर्धारित समयानुसार आवागमन हेतु खोला गया है। साथ ही स्थाई समाधान हेतु निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क मार्ग के सुधारीकरण का कार्य लगातार लिए जाने के साथ ही पहाड़ी पर मलवा हटाने हेतु एनएच द्वारा मशीनें पहाड़ी के ऊपर लगाई गई हैं, जो लगातार कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़ी पर ऐसे जल स्रोत भी हैं जिनकी वजह से पहाड़ कमजोर हो रहे हैं और मिट्टी कमजोर हो रही है। जिस हेतु ड्रेंस बनाकर मरम्मत करते हुए पानी की निकासी की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि एनएच में लगभग 28 से 29 ऐसे स्थान हैं जहां पर कम भू–धंसाव हुए हैं उन जगहों में भी मरम्मत के कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, राष्ट्रीय राजमार्ग के सहायक अभियंता विवेक कुमार, धीरज, इंजीनियर बृजेश कुमार, पीडी जोशी आदि उपस्थित रहे।

