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चम्पावत : नव चयनित राजस्व उप निरीक्षकों को डीएम ने दिए टिप्स, कहा- सेवा का मूल उद्देश्य लोगों की सेवा का होना चाहिए

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चम्पावत। नव चयनित राजस्व उप निरीक्षकों (पटवारी) को चम्पावत जिला मुख्यालय में एक नवंबर से 11 दिसंबर तक का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षुओं को अपने विभाग से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी। शुक्रवार को जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचकर सभी 27 राजस्व उप निरीक्षक, प्रशिक्षकों को उनके कार्यों, दायित्व के साथ ही प्रशिक्षण संबंधित जानकारी देते हुए बेहतर प्रशिक्षण हेतु उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि महात्मा गांधी जी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए जे पीर पराई जाण रे’ को हमेशा ही मन में आत्मसात करते हुए जीवन में कार्य करें अर्थात सरकारी सेवा में जनता की सेवा, परोपकार दूसरों के दुखों के निवारण के दृष्टि से हमेशा ही सेवाभाव से कार्य करें। यही एक लोक सेवक का कर्तव्य है।

डीएम ने कहा कि सेवा का मूल उद्देश्य ही जनता अर्थात लोगों की सेवा का होना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें जो भी जानकारियां दी जा रही हैं उसे भली-भांति समझ लें, सीख लें व जान लें, ताकि उन्हें सेवा के दौरान भविष्य में किसी भी प्रकार की समस्या आदि सरकारी कार्यों को करने में ना हो। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासनिक क्षेत्र में पटवारी अपने आप में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में पटवारी प्रशासनिक तंत्र का एक मजबूत प्रतिनिधित्व है। लोगों की पटवारी से बहुत अपेक्षाएं होती हैं। वह हमेशा लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य कर सेवा भाव से कार्य करें। उन्होंने कहा कि राजस्व उपनिरीक्षक/पटवारी का भूमि संबंधित कार्यों के अतिरिक्त प्रशासनिक कार्यों का भी दायित्व होता है। इस हेतु उन्हें सभी विभागों से संबंधित जानकारी रखना आवश्यकीय है। उन्होंने कहा कि आम लोगों के साथ संपर्क स्थापित करना व बेहतर कार्यों का संपादन करना एक कुशल प्रशासक का दायित्व है। इससे शासन व प्रशासन की छवि भी बेहतर होती है। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशासनिक कार्यों से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस मौके अपर सांख्यिकी अधिकारी जुगल किशोर पांडे, प्रशिक्षणार्थी उपस्थित। जिले में कुल 27 राजस्व उपनिरीक्षक प्रशिक्षु हैं, जिसमें 8 महिला व 19 पुरूष प्रशिक्षु हैं, जिन्हें व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है।