चम्पावत : राष्ट्रीय मत्स्य दिवस पर मत्स्य पालकों को किया गया प्रोत्साहित
चम्पावत। राष्ट्रीय मत्स्य दिवस पर विकास भवन सभागार में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नवनीत पांडे रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि काश्तकार मत्स्यपालन के साथ वह अन्य कार्य कृषि औद्यानिकी, पशुपालन, कुक्कुट पालन भी करेंगे तो उन्हें अधिकतम लाभ प्राप्त होगा। मत्स्यपालक सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर इस कार्य को बढ़ाकर दोगुना कर सकते हैं, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी।
गोष्ठी में डीएम ने मत्स्य विभाग को इस वर्ष 500 नए किसानों को चिन्हित कर उनके मत्स्य तालाब निर्मित कर मत्स्य बीज उपलब्ध कर कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में नदी व पानी वाले क्षेत्रों में अधिक से अधिक मत्स्य तालाबों का निर्माण करें। डीएम ने रीप परियोजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में महिला समूहों को भी इस कार्य में जोड़ने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षात के कारण जिन मत्स्य पालकों के मत्स्य तालाब क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उनकी मरम्मत मनरेगा एवं नल संवर्द्धन योजनान्तर्गत कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक मत्स्य तालाब का बीमा हो। इस हेतु उन्होंने मत्स्य प्रभारी को अभिनव प्रयास के अन्तर्गत जिले में वर्तमान में कुल 348 जो मत्स्य पालक हैं, उनके मत्स्य तालाबों का बीमा कराने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में मत्स्य उत्पादन को बढ़ाए जाने हेतु विभिन्न समितियों का गठन करते हुए कलस्टर तौर पर मत्स्य पालन कराया जाए। महिला समूहों को अधिक से अधिक रुप में जोड़ा जाए। इस हेतु मत्स्य विभाग, ग्राम्य विकास विभाग तथा रीप परियोजना आपसी समन्वय के साथ संयुक्त रूप से कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि प्रथम लक्ष्य जिले में मत्स्य उत्पादन का रखा जाय, उसके बाद मार्केटिंग व पैकेजिंग हो। इस अवसर पर गोष्ठी में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि सामूहिक रूप से मत्स्य पालन का कार्य करने पर अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त होगा, उन्होंने कहा कि किसान अपने कृषि, औद्यानिकी आदि कार्यों के साथ मत्स्यपालन भी करेगा तो उसे अधिक लाभ मिलेगा।
गोष्ठी में सभी का स्वागत करते हुए जिला मत्स्य प्रभारी केएस बगड़वाल ने सभी को ‘राष्ट्रीय मत्स्य दिवस’ की बधाई देते हुए मत्स्य पालकों हेतु विभागीय योजनाओं की जानकारी दी तथा सभी से अपील की कि वह इन योजनाओं का लाभ लेकर मत्स्य पालन में आगे बढ़ें। इस अवसर पर विभिन्न प्रगतिशील मत्स्य पालकों को सम्मानित भी किया गया तथा 38 मत्स्य पालकों को मत्स्य बीज वितरित किए गए।