चम्पावत : गुदड़ी के लाल ने किया कमाल, राकेश की सफलता पर सूखीढांग क्षेत्र में हर्ष की लहर

चम्पावत/टनकपुर। लाला चम्भाराम विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज टनकपुर के छात्र राकेश सिंह देउपा ने बेहद गरीबी के बावजूद शानदार सफलता हासिल की है। राकेश ने उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में 500 में से 480 अंक प्राप्त कर प्रदेश की मैरिट लिस्ट में 15वां स्थान प्राप्त किया है।
राकेश ने शिशु प्रथम कक्षा में सरस्वती शिशु मंदिर सूखीढांग में पढ़ाई की। राकेश के प्रथम शिक्षक रहे आचार्य शंकर दत्त जोशी ने बताया कि राकेश बचपन से बहुत ही मेघावी रहा है। पिता पान सिंह देउपा जोशी टूरिस्ट रेस्टोरेंट सूखीढांग में कारीगर हैं। माता गृहिणी हैं। गांव में आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की व्यवस्था है। कोई नेटवर्क की सुविधा नहीं है। बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले राकेश देउपा के रहने का पक्का घर तक नहीं है। दो कमरे के कच्चे घर में आठ लोगों का परिवार रहता है। सूखीढांग क्षेत्र के दूरस्थ गांव ककनई के रहने वाले राकेश अपनी सफलता का श्रेय चाचा मदन देउपा के देते हैं। राकेश अपने चाचा मदन देउपा के साथ टनकपुर में रह कर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। मदन देउपा बीएससी पास करके वनरक्षक की लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं। राकेश ने बताया है कि प्रतिदिन छः से सात घंटे स्वयं पढ़ाई की। कभी किसी से किसी भी विषय का ट्यूशन नहीं लिया। परीक्षा के बाद छुट्टियों में घर पर खेती बाड़ी जुताई का काम किया। समाजसेवी पंडित शंकर दत्त जोशी व क्षेत्र के तमाम लोगों ने राकेश को तल्ला पाल विलौन क्षेत्र में आज तक सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने पर बधाई एवं उज्जवल भविष्य की कामना की है। लाला चम्भाराम विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की विद्यालय समिति ने मैरिट लिस्ट में स्थान पाने वाले छात्र छात्राओं की आगे की पढ़ाई निशुल्क कराए जाने का निर्णय लिया है। इसका लाभ राकेश को भी मिलेगा। विद्यालय समिति के निर्णय से राकेश सिंह को आगे की पढ़ाई के लिए काफी सहूलियत होगी।

आशा कार्यकर्ती के बेटे ने किया चम्पावत जिला टॉप
उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में चम्पावत जिले के बाराकोट ब्लॉक के पम्दा गांव निवासी विवेकानंद विद्या मंदिर हाईस्कूल पम्दा के छात्र विनय जोशी ने 96.2% अंक प्राप्त कर चम्पावत जिले को टॉप करने के साथ-साथ प्रदेश में 12वां स्थान प्राप्त किया है। विनय की शानदार सफलता पर विद्यालय परिवार, आशा कार्यकत्री संगठन व क्षेत्र के लोगों ने विनय को शुभकामनाएं दी हैं। विनय ने अपनी इस शानदार सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। विनय ने कहा आगे चलकर वह डॉक्टर बनना चाहते हैं। उन्होंने बताया इस सफलता को प्राप्त करने के लिए उन्होंने प्रतिदिन 5 से 6 घंटा पढ़ाई की। विनय साधारण परिवार से ताल्लुक रखता हैं। विनय की माता दीपा जोशी पम्दा ग्राम पंचायत में आशा कार्यकत्री हैं और पिता प्रकाश चंद जोशी सरस्वती शिशु मंदिर बाराकोट में आचार्य हैं। विनय की शानदार सफलता पर पूरे बाराकोट क्षेत्र में जश्न का माहौल है।