चम्पावत : जनता मिलन में त्वरित हुआ समस्या का समाधान, एक घंटे से भी कम समय में वृद्धावस्था पेंशन स्वीकृत
चम्पावत। जिला मुख्यालय में सोमवार को आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं जिलाधिकारी मनीष कुमार के समक्ष प्रस्तुत कीं। कार्यक्रम में बगौटी निवासी मोहन चंद्र पांडे ने अपनी बंद पड़ी वृद्धावस्था पेंशन बहाल करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि उन्हें यह पेंशन केवल 9 माह तक ही प्राप्त हुई, जिसके बाद यह बंद हो गई और इस संबंध में उन्होंने पूर्व में जिला समाज कल्याण अधिकारी से कोई पत्राचार या वार्ता भी नहीं की थी।
उनकी समस्या सुनते ही जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए, जिनके अनुपालन में मात्र एक घंटे से भी कम समय में पेंशन स्वीकृत कर दी गई। इस पर पांडे ने जिलाधिकारी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि त्वरित कार्यवाही से उन्हें बड़ी राहत मिली है। जनता मिलन में विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों की समस्याओं पर जिलाधिकारी ने त्वरित निर्णय लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
सेलाखोला निवासी अशोक जोशी के खतौनी में नाम दर्ज करने के प्रकरण में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि पावर ऑफ अटॉर्नी से संबंधित विषय सिविल कोर्ट के अधीन होते हैं। साथ ही उपजिलाधिकारी चम्पावत को जांच करने के निर्देश दिए। ढुंगाजोशी निवासी विवेकानंद जोशी ने सड़क निर्माण की मांग पर अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी लोहाघाट को आवश्यक कार्यवाही आख्या प्रस्तुत करने को कहा गया। बाराकोट के व्यापार संघ अध्यक्ष ने बाजार में ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की। इस पर डीएम ने उपजिलाधिकारी लोहाघाट को यूपीसीएल के लिए उपयुक्त भूमि चयनित करने के निर्देश दिए गए, जबकि कूड़ा निस्तारण व्यवस्था के मुद्दे पर जिला पंचायत को यूज़र चार्जेज के आधार पर व्यवस्थित स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
कोलीढेक निवासी बृजेश कुमार की मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक सहायता की मांग पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी लोहाघाट को प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त गंगनौला निवासी चेतराम, मौराड़ी के पूरन चंद्र, गोकड़या निवासी शांति देवी, बिरगुल निवासी लक्ष्मी दत्त जोशी तथा बाराकोट निवासी संजय सिंह ने भी अपनी-अपनी समस्याएं रखीं। जिन पर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जन समस्याओं का त्वरित और पारदर्शी समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हर शिकायत का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाएगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया कि अपने-अपने कार्यालयों में अनिवार्य रूप से शिकायत रजिस्टर स्थापित करें, ताकि अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर आने वाला कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या दर्ज करा सके और अधिकारी बाद में उसका संज्ञान लेकर कार्यवाही कर सकें। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल, जिला कार्यक्रम अधिकारी पीएस बृजवाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत सहित अन्य उपस्थित रहे।