चम्पावत : तामली, पाटी, पंचेश्वर, रीठा साहिब के लिए चलेंगी शटल सेवाएं, डीएम ने रोडवेज के अफसरों के साथ बैठक कर जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में रोडवेज की बस सेवा संचालन को लेकर चर्चा करते हुए मार्गों का निर्धारण किया
चम्पावत। चम्पावत जिले को प्रत्येक क्षेत्र में एक आदर्श जिला बनाए जाने हेतु निरंतर प्रयास व कार्य गतिमान हैं। इसी के अंतर्गत जनपद के प्रत्येक विकासखंड क्षेत्र व गांव तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी नवनीत पांडे द्वारा उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) के अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के दूरस्थ क्षेत्रों में रोडवेज की बस सेवा संचालन को लेकर चर्चा करते हुए मार्गों का निर्धारण किया गया। साथ ही मार्गों के निर्धारण के अनुसार शासन को जिले को अतिरिक्त बस उपलब्ध कराए जाने हेतु मांग/प्रस्ताव भेजने के निर्देश क्षेत्रीय प्रबंधक को दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस जिले को एक आदर्श जिला बनाना है। इसी के अंतर्गत हमें दूरस्थ गांव-गांव तक सार्वजनिक बस सेवा लोगों तक पहुचानी होगी, ताकि सरकार की परिवहन सेवा के क्षेत्र में जो भी योजना संचालित की गई है, उसका लाभ प्रत्येक व्यक्ति को मिल सके। इस हेतु जिले के जिन भी क्षेत्र में वर्तमान में रोडवेज की बस सेवा संचालित नहीं है उन क्षेत्रों में बस सेवा संचालित कराई जाए। बैठक में जिले के विभिन्न मार्गों में रोडवेज की बसों के संचालन किये जाने का निर्णय लेते हुए शीघ्र ही नई बसों के क्रय किए जाने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश क्षेत्रीय प्रबंधक उत्तराखंड परिवहन निगम को दिए।
जिला मुख्यालय से विभिन्न क्षेत्रों चम्पावत से टनकपुर, लोहाघाट से चम्पावत-तामली तथा तामली से उसी दिन वापसी चम्पावत-लोहाघाट लोहाघाट से बाराकोट-पाटी-चम्पावत, लोहाघाट से पंचेश्वर, रीठासाहिब से चम्पावत, चम्पावत से पिथौरागढ़ इन मार्गों में प्रतिदिन शटल सेवा संचालित करने के अतिरिक्त लोहाघाट-देवीधुरा-हल्द्वानी लोहाघाट बाराकोट-सिमलखेत-भनोली-अल्मोड़ा-रानीखेत तक के साथ ही जिले से अन्य मैदानी क्षेत्र दिल्ली, देहरादून आदि के साथ ही बनबसा बैराज से दिल्ली को तथा बनबसा बैराज से खटीमा तक शटल सटल सेवा संचालित करने का निर्णय बैठक में लिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में कम सीट वाली बसों का संचालन किया जाए तथा समय सारणी का भी निर्धारण यात्रियों की सुविधा के अनुसार किया जाए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहे कि जिले के प्रत्येक गांव तक जहां तक बस जा सकती है, उन्हें रोडवेज बस सेवा का लाभ मिले। बैठक में उत्तराखंड परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन मेहरा, सहायक क्षेत्र प्रबंधक नरेंद्र गौतम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।