एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के आर्थिक सहयोग से बनेगी चंपावत स्मार्ट सिटी
चम्पावत। जिला मुख्यालय को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा को साकार करने के लिए प्रशासनिक प्रयास तेज हो गए हैं। उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) की ओर से अप्रैल में पहले चरण में कराए गए हाउस होल्ड सर्वे (घर-घर जाकर) के बाद दूसरे चरण में नगरीय पेयजल, सीवरेज, बरसाती जल प्रबंधन आदि शहरी संरचनाओं के विकासए निर्माण कार्यों को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू हो गई है।
शहरी विकास विभाग के आईईसी ऑफिसर राजेश बहुगुणा ने बताया कि यूयूएसडीए की ओर से वर्ष 2008 से नवीन पेयजलए सीवरेज और स्वच्छता से जुड़ी बेहतर तकनीकों का उपयोग कर देहरादूनए रुड़की, हरिद्वार, नैनीताल, रामनगर, हल्द्वानी नगरों में विभिन्न घटकों को स्थापित किया है। इनसे इन नगरों की पानी और स्वच्छता की मूलभूत सुविधाओं में सुधार हुआ है। विकसित हो रहे नगरों समेत राज्य के छोटे नगरों में भी पेयजल और स्वच्छता की जरूरत है। इसके लिए राज्य के 16 छोटे नगरों में चंपावत को भी चयनित किया गया है। उनका कहना है कि चंपावत एक छोटा शहर है लेकिन यहां पर निर्माण कार्य बेतरतीब हो रहे हैं। आने वाले समय में यहां जनसंख्या वृद्धि के साथ पेयजल और स्वच्छता एक गंभीर समस्या बनेगी।
शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी आज से शुरू करेगी दूसरे चरण का कार्य
चम्पावत। जिला मुख्यालय को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए मंगलवार से दूसरे चरण का कार्य शुरू होगा। शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी की कार्यक्रम निदेशक रंजना राजगुरु के निर्देश पर एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के अधिकारियों और शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी के अधिकारियों की ओर से 30 अगस्त को चम्पावत जिला सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा।