चम्पावत : राज्य आंदोलनकारी किशन गिरी नहीं रहे, क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठन के प्रतिनिधियों ने शोक जताया
चम्पावत। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी किशन गिरी नहीं का निधन हो गया है। 65 वर्षीय गिरी पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उन्होंने बीती देर रात आखिरी सांस ली। वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। आज 11 नवंबर को उनका अंतिम संस्कार किया गया। निधन पर क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठन के प्रतिनिधियों ने शोक जताया है।
व्यवहार कुशल और मृदु व्यवहार के धनी किशन गिरी राज्य आंदोलनकारी होने के साथ ही चम्पावत नगर पंचायत के सभासद भी रह चुके हैं। परंपरा के अनुसार उन्हें चम्पावत में समाधिस्थ किया गया। किशन गिरी के निधन पर राज्य आंदोलनकारी बसंत तड़ागी, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख बहादुर सिंह फर्त्याल, भेषज संघ के पूर्व अध्यक्ष सज्जन वर्मा, राज्य आंदोलनकारी हरगोविंद सिंह बोहरा, एडवोकेट शंकर दत्त पांडेय, श्याम नारायण पांडेय, भाजपा जिला महामंत्री मुकेश कलखुडिय़ा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन सिंह कठायत, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडेय, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोविंद सिंह सामंत, व्यापार मंडल अध्यक्ष विकास शाह, महामंत्री हरीश सक्टा, पूर्व अध्यक्ष अमरनाथ सक्टा, व्यापारी नीरज वर्मा बॉबी, पूर्व सभासद रोहित बिष्ट, भाजपा नेता कैलाश अधिकारी, सूरज प्रहरी सहित तमाम लोगों ने शोक जताया है।