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चम्पावत # गंडक नदी में डूबने से छात्र की मौत, तीन घंटे तक चली खोज के बाद बरामद हो सका शव

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चम्पावत। नहाने के दौरान गंडक नदी में एक छात्र की डूबने से मौत हो गई। छात्र कनलगांव का रहने वाला था। उसके पिता राज्य आंदोलनकारी व शिक्षक हैं। छात्र का शव खोजने के लिए करीब तीन घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया। जल पुलिस के जवानों ने छात्र के शव को नदी से खोजकर बाहर निकाला।


जानकारी के अनुसार कनलगांव निवासी राज्य आंदोलनकारी व खूना बोहरा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक खीमानंद पांडेय का छोटा पुत्र विवेक पांडेय उर्फ विक्की (16) कल शनिवार की दोपहर में बाइक लेकर कहीं गया था। शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों को चिंता हुई। उसकी खोजबीन की गई, लेकिन काफी देर तक उसका कुछ पता नहीं चला। रात में परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस को भी दे दी। रात करीब साढ़े 10—11 बजे खोजबीन करते हुए खीमांनद पांडेय व गांव के कुछ युवक गौड़ी के समीप गंडक नदी में पॉवर हाउस चैनल चेकडॉम के पास पहुंचे तो उन्हें बाइक दिखाई दी। नदी किनारे ही एक पत्थर पर विक्की के कपड़े, चप्पल व हेलमेट पड़ा दिखाई दिया। विक्की के नहाने के दौरान डूबने की आशंका पर पुलिस को सूचना दी गई। देर रात होने के चलते खोजी अभियान नहीं चलाया जा सका। रविवार की सुबह जैसे ही गाांव वालों को मामले की जानकारी हुई। ग्रामीणों समेत नगर के तमाम लोग गौड़ी चले गए। ग्रामीणों व स्थानीय युवकों ने नदी में खोजबीन अभियान चलाया, लेकिन विक्की का कुछ पता नहीं चल सका। करीब सवा 10 बजे टनकपुर से जल पुलिस के जवान रविंद्र पहलवान व गगन कुमार मौके पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने खोजी अभियान चलाया। कुछ ही देर बाद रविंद्र पहलवान ने विक्की का शव बरामद कर लिया। इसके बाद तो मौके पर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं। विक्की के पिता का रो रो कर बुरा हाल हो गया। परिजनों को जैसे ही इसकी सूचना मिली वहां कोहराम मच गया। बताया जा रहा है कि विक्की सीबीएसई बोर्ड से हाईस्कूल का छात्र था। मौके पर पहुंचे एसएसआई सुरेंद्र सिंह खड़ायत ने शव कब्जे में लेकर पीएम को भिजवाया। एडीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, एसडीएम अनिल गर्ब्याल, प्रभारी तहसीलदार ज्योति नपलच्याल, राजस्व निरीक्षक राजीव मेहरा व अमित सिपाल ने मौका मुआयना किया और मामले की जानकारी ली। मौके पर भाजपा नेता शंकर दत्त पांडेय, बहादुर फर्त्याल, सहकारी समिति के अध्यक्ष गिरीश जोशी, सभासद मोहन भट्ट, जिपं सदस्य प्रतिनिधि मनमोहन सिंह बोहरा, राज्य आंदोलनकारी संगठन के जिलाध्यक्ष बसंत तड़ागी, राज्य आंदोलनकारी रघुराज देउपा, डीके पांडेय, सुभाष तड़ागी, व्यापारी नेता दीपक तड़ागी लारा, मुकेश गिरी आदि मौजूद रहे। मामले में फिलहाल यह बात सबसे बड़ी पहेली बनी हुई है कि विक्की नहाने के लिए शहर के काफी दूर और सूनसान इलाके में अकेले गया था या उसके साथ कोई और भी था। आखिर वह डूबा कैसे। उसके साथ उसके कोई और सा​थी थे तो उन्होंने समय रहने इस बात की जानकारी परिजनों को क्यों नहीं दी। फिलहाल यह जांच का विषय है।

पीएम होने में हुआ विलंब, लोगों में नाराजगी
चम्पावत। नदी में डूब कर मरे छात्र विवेक पांडेय का पोस्टमार्टम होने में काफी देर लगी। इससे लोगों में खासा रोष है। भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शंकर पांडेय ने आरोप लगाया है कि चम्पावत के सीएमओ व जिला अस्पताल के पीएमएस के बीच चल रही अहम की लड़ाई की वजह से क्षेत्र की दिक्कतों का सामना कर रही है। इन दोनों अधिकारियों के ईगो की लड़ाई की वजह से ही अक्सर लोगों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज छात्र विवेक के पोस्टमार्ट में भी इन्ही दोनों अधिकारियों के बीच चल रही अहम की लड़ाई के चलते ही देर हुई। चम्पावत में स्वास्थ्य विभाग संबंध कोई कार्य होने पर सीएमओ सीएमएस के पास भेज देते हैं तो सीएमएस सीएमओ के पास। लोग इन अधिकारियों के ही चक्कर लगाने में रह जाते हैं। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वे इन हालातों को ठीक करें, जिससे कि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।