चम्पावत : सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन के लिए इनको मिला 11 हजार का पुरस्कार, दो दिवसीय आंचल दुग्ध उत्पादक मेले का घटोत्कच्छ मंदिर परिसर में हुआ आयोजन
50 से अधिक पशुपालकों द्वारा दुग्ध उत्पादक मेले में 100 से अधिक पशुओं के साथ किया गया प्रतिभाग
चम्पावत। प्रदेश सरकार द्वारा दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहित व लाभान्वित करने के लिए दो दिवसीय आंचल दुग्ध उत्पादक मेले का आयोजन चम्पावत के ऐतिहासिक व आध्यात्मिक स्थल घटोत्कच मंदिर परिसर में किया गया। दुग्ध उत्पादक मेले में दुग्ध प्रदर्शनी, पशु प्रदर्शनी, विद्यालयी बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिता सहित बहुउद्देशीय शिविर व संस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित हुए। साथ ही उक्त मेले में 50 से अधिक पशुपालकों द्वारा 100 से अधिक पशुओं के साथ पशु प्रदर्शनी में प्रतिभाग किया गया।
मेले का शुभारंभ अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का मेला ऐतिहासिक है। इससे न सिर्फ चम्पावत एक आदर्श जनपद के रूप में आगे बढ़ेगा बल्कि जनपद के पशु पालकों, दुग्ध उत्पादकों को नई तकनीक, विपणन के तरीके, आय बढ़ाने में मदद और पशुपालन की बारीकियों को जानने के साथ ही अन्य स्वरोजगार परक गतिविधियों से भी रूबरू होने का इन्हें अवसर प्राप्त होगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि यह मेला जहां एक ओर आदर्श जनपद बनने की ओर एक ऐतिहासिक कदम है वहीं साथ ही इस मेले के माध्यम से पशुपालकों व दुग्ध उत्पादकों को नई तकनीक के साथ दूध के उत्पादन बढ़ाने में सहायता प्राप्त होगी।
आंचल दूध उत्पादक मेला में पशुपालन विभाग एवं डेयरी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पशु प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने ग्रामीण पशुपालकों से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए पशुधन व आजीविका को बढ़ाने की भी अपील की। इस अवसर पर दुग्ध संघ प्रबंधक पुष्कर सिंह नगरकोटी ने बताया कि चम्पावत जिले में आंचल दुग्ध उत्पादक मेले का आयोजन प्रथम बार किया जा रहा है पूरे प्रदेश में इस मेले का आयोजन केवल 6 जनपदों में किया जा रहा है। इस मेले का मुख्य उद्देश्य जनपद के ज्यादा से ज्यादा कृषि, बागवानी, मत्स्य, पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों को प्रेरित करना है। इसके अतिरिक्त आंचल दुग्ध उत्पादक मेले में विभिन्न विभाग महिला स्वयं सहायता समूह, सहकारिता विभाग, मत्स्य, रेशम, कृषि, समाज कल्याण, उद्यान आदि विभिन्न विभागों द्वारा अपने अपने विभागों से संबंधित स्टाल लगा कर लोगों को लाभान्वित किया गया।
आयोजित मेले में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाले उत्पादकों को पुरस्कृत किया गया। जिसमें जानकी जोशी को प्रथम पुरस्कार हेतु 11 हजार रुपए, ममता देवी को द्वितीय स्थान प्राप्त करने हेतु 8 हजार तथा निम्मी रौतेला को तृतीय स्थान प्राप्त करने हेतु 5 हजार की धनराशि व प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त राधिका देवी, भागा देवी व तेज सिंह, दुर्गा देवी,सुनीता देवी, निर्मला देवी, किशन सिंह, मनोहर सिंह, मोहित सिंह, बसंती देवी, माधवी देवी, सरिता देवी, गंगा बिष्ट, उमा जोशी, जानकी बोरा को दुग्ध समिति बोनस वितरीत किया गया। इसके अलावा पशु मेला प्रदर्शनी में तीन अलग-अलग श्रेणियों गाय, बछिया व अन्य पशुओ हेतु विजेताओं को चैक वितरीत किया गया। पशु मेला प्रदर्शनी में संदीप तड़ागी की गाय को चैंपियन ऑफ द चैंपियन विजेता के रूप में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा 11 हजार का चैक प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त गाय वर्ग में राखी महर, गोविंद बल्लभ तिवारी, गीता देउपा को बछिया वर्ग में महेश सिंह, रूप सिंह, तुलसी जोशी को तथा अन्य वर्ग में सरिता बोहरा , देवकी देवी व जगत सिंह को क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने पर चेक व प्रशस्ति पत्र वितरित किये गए।
इसके अलावा आंचल दुग्ध उत्पादक मेले में निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता हेतु प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्र-छात्राओं को भी प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महारा, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, जिला पंचायत सदस्य सरिता बोहरा, ज्येष्ठ प्रमुख मोनिका बोहरा, संचालक दुग्ध संघ मण्डल सदस्य कृष्णानंद जोशी, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, सहायक निदेशक डेयरी विकास विभाग सुनील अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वसुंधरा गर्ब्याल सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों सहित, पशु पालक, गणमान्य नागरिक व विद्यालयी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।