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चम्पावत का कोल्ड स्टोर अब दूध से बनी सामग्री को स्टोर करने के आएगा काम, निजी संस्था ने लीज पर लिया

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चम्पावत। उत्तर प्रदेश के दौर में बना कोल्ड स्टोरेज (शीतगृह) आलू और साक-भाजी रखने के काम कभी नहीं आ सकेगा। कोल्ड स्टोरेज का ढांचा बनने के बावजूद प्रशीतन (फ्रिजर) और लकड़ी का काम नहीं होने से इसका उपयोग कभी नहीं हो सका। अब इस कोल्ड स्टोरेज का उपयोग एक निजी संस्था दूध से निर्मित सामग्री के लिए करेगी। कोल्ड स्टोरेज निजी संस्था को दस साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। शासन ने कोल्ड स्टोरेज का उपयोग न होने पर पिछले वर्ष सितंबर 2022 में इसे पट्टे पर देने का शासन ने निर्णय लिया था। अब चंपावत की हिमालयन बास्केट संस्था को दस साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। संस्था की ओर से इस भवन का उपयोग दूध से बने उत्पाद के लिए किया जाएगा। इससे 41 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

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30 साल पहले बना था कोल्ड स्टोरेज का ढांचा
चम्पावत। आलू की खेती के लिए मशहूर पहाड़ में यहां से आठ किलोमीटर दूर मुड़ियानी गांव में 19 नाली सात मुट्ठी जमीन पर वर्ष 1992 में 77.77 लाख रुपये से कोल्डस्टोरेज भवन का निर्माण हुआ था। आलू, सेब, नाशपाती और सिटरस फलों का भंडारण कर ऑफ सीजन में बिक्री के मकसद से इस भवन का निर्माण कराया गया था। ढांचा तो बना लेकिन न तापमान को अनुकूल रखने के लिए प्रशीतन (फ्रिजर) लगा और न लकड़ी का काम हुआ। इसके चलते मोटी रकम खर्च होने के बावजूद भी दो हजार मीट्रिक टन क्षमता वाला कोल्ड स्टोरेज भवन जिस काम के लिए बनाया गया था, वह पूरा नहीं हुआ।


कुत्ते की सेहत के लिए उपयोगी है छुरपी

चम्पावत। दूध से निर्मित छुरपी मुख्यत: कुत्तों के भोजन के उपयोग में आती है। छुरपी कुत्तों की सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। छुरपी की कीमत 750 रुपये किलो है। हिमालयन बास्केट फिलहाल दूसरी जगह से छुरपी निर्माण का काम कर रही है। संस्था इसके लिए दुग्ध संघ से रोजाना पांच हजार लीटर दूध लेती है।


संस्था कोल्ड स्टोरेज का उपयोग दूध से निर्मित सामग्री के लिए करेगी। इससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार मिलेगा। पांच हजार लीटर दूध से छुरपी निर्माण के अलावा घी बनाती है। छुरपी और घी के प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) देहरादून में होने के बाद यहीं से वितरण किया जाएगा। इस काम से 41 लोगों को प्रत्यक्ष और 150 लोगों को परोक्ष में रोजगार मिलेेगा। सुमित थपलियाल, मुखिया हिमालयन बास्केट संस्था

मुड़ियानी के कोल्ड स्टोरेज भवन को हिमालयन बास्केट संस्था को दस साल के लिए पट्टे पर दे दिया गया है। इसके लिए संस्था को हर साल 1.80 लाख रुपये देना होगा। इसका उपयोग डेरी से संबंधित काम के लिए किया जाएगा। कोल्ड स्टोरेज के संचालन के संस्था तकनीकी स्टाफ के अलावा अन्य कार्मिकों में से 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को देगी। टीएन पांडेय, जिला उद्यान अधिकारी

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