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मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’ को दी श्रद्धांजलि, हरिद्वार में हुआ अंतिम संस्कार

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देहरादून। पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’ का शुक्रवार को निधन हो गया था। आज उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया गया है। इससे पहले सीएम धामी ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। मोहन सिंह ‘गांववासी’ के निधन के शोक में हरिद्वार जिले के सभी सरकारी कार्यालय आज बंद रहे।

भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता मोहन सिंह रावत ‘गांववासी’ के पार्थिव शरीर को पार्टी मुख्यालय भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत ने उनके निधन को भाजपा परिवार की अपूर्णीय क्षति बताया। पूर्व कैबिनेट मंत्री का पार्थिव शरीर आज प्रातः बलबीर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय लाया गया। जहां मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उन्हें पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, टिहरी सांसद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, खजान दास, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुभानंद जोशी, सुरेश भट्ट, दान सिंह रावत, देवेन्द्र भसीन, राजेंद्र अंथवाल, मधु भट्ट, इंदुबाला समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं गांववासी को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इससे पूर्व इस मौके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि गांववासी का निधन भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने बतौर मंत्री, विधायक राज्य के विकास के लिए अतुलनीय योगदान तो दिया ही है। साथ ही उनके जैसे कुशल संगठनकों की अथक प्रयासों का परिणाम है कि गांव गांव कमल खिल रहा है। उन्होंने कहा, उन्हे सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सब उनके बताए सिद्धांतों और रास्ते का अनुसरण कर, उत्तराखंड का दशक लेकर आएं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा, गांववासी राज्य में पार्टी के उन चुनिंदा संस्थापकों में शामिल हैं जिनकी मेहनत से गांव गांव में पार्टी को जड़ों तक स्थापित किया है। बतौर राजनैतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता सरल, मिलनसार व सबकी चिंता करने वाला उनका व्यवहार सबके लिए अनुकरणीय है। इस दौरान गांववासी की धर्मपत्नी मुन्नी देवी एवं समस्त परिजनों को ढांढस बंधाते हुए, सभी लोगों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए ।