राजधानी देहरादून के रायपुर में बादल फटा, कई लोगों को किया गया रेस्क्यू, ऋषिकेश-श्रीनगर हाईवे 5 जगह बंद
देहरादून जिले के रायपुर प्रखंड के सरखेत गांव में कल रात बादल फट गया। जिससे तमाम लोगों की जान पर बन आई। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को सकुशल बचाया। कुछ ग्रामीणों ने पास के एक रिसॉर्ट में शरण ली। एसडीआरएफ का कहना है कि स्थिति काबू में है। बताया जा रहा है कि बादल फटने की घटना रात करीब पौने तीन बजे हुई।
एसडीआरएफ को जब बादल फटने की सूचना मिली तो टीम तुरंत रवाना हुई। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मालदेवता पर मार्ग बाधित मिला। वाहन के किसी सूरत में आगे न जाने की हालत में टीम द्वारा बिना वक़्त गंवाये तत्काल पैदल ही आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया। घटनास्थल पर पहुंचकर ज्ञात हुआ कि बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में अत्यधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। टीम द्वारा ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है। किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। चार पांच किलोमीटर आगे कुछ लोग रिसॉर्ट में पनाह लिए हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने हेतु टीम जा रही है।
बादल फटने की सूचना मिलते ही सुबह सुबह कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी गांव में पहुंचे। उन्होंने लोगों से बातचीत की और हालात का जायजा लिया।
उधर, नेशनल हाईवे 58 ऋषिकेश से देवप्रयाग के बीच पांच जगहों पर बाधित हो गया है। मजबूरन प्रशासन को श्रीनगर और ऋषिकेष से जाने वाले वाहनों को दूसरे मार्गों की तरफ डाइवर्ट करना पड़ा है। नेशनल हाईवे कल देर रात 11 बजे से बंद है। मार्ग को लोक निर्माण विभाग खोलने की कोशिश में जुटा हुआ है।
देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदियां ओर बरसाती नाले उफान पर हैं। सौंग, सुसुआ और जाखन नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। जिससे नदी के किनारे रहने वाले लोगों को खतरा पैदा हो गया है। डोईवाला में सौंग नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। वहीं सुसुआ नदी के किनारे रहने वाले लोग भी दहशत में हैं। जाखन नदी में तेज बहाव का पानी आने से रानीपोखरी का वैकल्पिक मार्ग बह गया है। जिससे बड़े वाहनों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। छोटे वाहनों को नव निर्मित पुल से निकाला जा रहा है।