सीएम धामी ने मसूरी में शहीदों को किया नमन, मंत्री की जुबान फिसली और धामी को भी बना दिया पूर्व सीएम


मसूरी गोलीकांड की बरसी पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में शहीदों को नमन किया। इस मौके पर मसूरी गोलीकांड के शहीद अमर रहे के नारे लगने से साथ ही शिफन कोर्ट के लोगों को न्याय दो न्याय दो के भी नारे लगे। शिफन कोर्ट से अतिक्रमण हटाने के दौरान 84 परिवार बेघर हो चुके हैं। कार्यक्रम में शिफन कोर्ट का मुद्दा ही छाया रहा। पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने इस मुद्दे को सीएम के समक्ष जोरदार तरीके से उठाया। कहा कि मसूरी में शिफनकोर्ट के लोगों को कोरोना के समय में के मकानों को ध्वस्त करके रातों रात निकाल दिया गया था। एक महिला ने सीएम से कहा कि हम ये ही निवेदन हमारे घर बनवा दो। शिफन कोर्ट के संदर्भ में सीएम कहा कि का निश्चित रूप से पुनर्वास होना चाहिए। इसके लिए हम पूरी समीक्षा करने वाले हैं। रोपवे का काम शुरू होने से पहले हम शिफन कोर्ट का फैसला करेंगे। इस दौरान मसूरी विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी गणेश जोशी की जुबान भी फिसली और उन्होंने पुष्कर सिंह धामी को पूर्व मुख्यमंत्री बोल दिया। जैसे ही लोग हंसने लगे तो इस पर जोशी बोले कि 15-20 साल में पूर्व हो जाएंगे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी शहीदों को नमन किया। कहा कि उनके बलिदान से ही हमें नया राज्य प्राप्त हुआ। नए अवसर प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आंदोलनकारियों के मामलों को उठाने के लिए मैं हमेशा प्रयासरत रहा। आंदोलन को जनने का काम खटीमा और मसूरी ने किया था। उन्होंने कहा कि हम शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। बड़ी घोषणाएं नहीं करेंगे, जो करेंगे उसे पूरा करेंगे। हमने तीन चीजों पर फोकस किया है। सबसे पहले सरलीकरण, दूसरा समाधान, तीसरे नंबर पर समस्या का निस्तारण करेंगे। उन्होंने एक दिन पहले खटीमा में की गई घोषणाओं को गिनाया। कहा कि आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू की जाएगी। आंदोलनकारियों को जो 3100 रुपये की पेंशन दी जा रही है। मृत्यु के बाद उनके परिवार में पत्नी और बच्चों को दी जाएगी। सेवा से निकाले गए आंदोलनकारियों के लिए हाईकोर्ट में पैरवी की जाएगी। उद्योगों में भी आंदोलनकारियों को सेवा का मौका दिया जाएगा। आंदोलनकारियों को समान पेंशन के मामले में उन्होंने कहा कि इस पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आचार संहिता की बात मत करें। अभी बहुत वक्त है। हम जल्द से जल्द निर्णय लेंगे।
नैनीताल सांसद एवं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि शंकाएं दूर कीजिए। हम सब आपके साथ हैं। उन्होंने कहा किभले ही विचारधारा कोई हो, पार्टी कोई हो, लेकिन यहां की समस्याओं का हल हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमें शहीदों की सौगंध है कि हम उत्तराखंड के विपरीत नहीं जाएंगे। मसूरी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि वास्तव में शिफन कोर्ट के लोग जो एक साल से आवासविहीन हुए हैं। उनकी समस्या निस्तारित करने की जिम्मेदारी हमारी है। पिछली बार जो जमीन दी गई उसमें 32 की व्यवस्था थी और जमीन दी जा रही है। शेष मकान हो रहे हैं और मकान बनवाएंगे। उन्होंने सीएम से कहा कि मसूरी रोपवे का भूमि पूजन तब हो, पहले सभी को मकान दिला दिए जाएं। इसके साथ ही गढ़वाल सभा के भवन बनाने का भी प्रयास हो रहा है। पूर्व विधायक जोतसिंह गुनसोला ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि नियोजन सही तरीके से हो। जवान रोजगार को तरस रहा है। इसके लिए स्थानीय उत्पाद, स्थानीय बाजार को विकसित करना होगा।
