शहरी विकास मंत्री के 74 तबादलों पर चला सीएम धामी का चाबुक, अब इस मंत्री ने हाथ खड़े किए

दिल्ली से जर्मनी रवाना हुए शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा बीती शाम अपने शहरी विकास विभाग में किए गए 74 कर्मियों के बंपर तबादलों पर मुख्यमंत्री कार्यालय से तत्काल रोक लगा दी गई है। सीएम धामी ने तबादलों पर रोक लगाते हुए नाराजगी जाहिर की है।
उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती को लेकर विवादों में घिरे शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल अपने शहरी विकास विभाग में 74 कर्मचारियों के बंपर तबादले कर सुबह.सुबह जर्मनी निकल गए हैं, लेकिन इन बंपर तबादलों पर विवाद खड़े होने से पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर तत्काल रोक लगा दी है। जानकारी है कि 17 सितंबर देर रात शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के शहरी विकास विभाग में 74 लोगों के ट्रांसफर की लिस्ट तैयार की गई थी। ट्रांसफर की इस लिस्ट पर मंजूरी देने के बाद सुबह होते ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल जर्मनी के लिए रवाना हो गए, लेकिन मंत्री अग्रवाल के जर्मनी के लिए उड़ान भरने से कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला पलट दिया और तत्काल प्रभाव से इन तबादलों को निरस्त कर दिया। बता दें कि मौजूदा समय में उत्तराखंड में विधानसभा भर्ती घोटाला सुर्खियों में है और इस घोटाले के सामने आने के बाद कहीं ना कहीं सरकार बैकफुट पर है। वहीं, इस घोटाले के केंद्र बिंदु के रूप में प्रेमचंद अग्रवाल विपक्ष के निशाने पर हैं।

सीएम धामी के सख्त तेवर देख मंत्रियो में खलबली, अब इस मंत्री ने उठाया बड़ा कदम
उत्तराखंड के नगर विकास महकमे में 74 तबादलों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की रोक के बाद परिवहन निगम के मंत्री चंदन राम दास ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं परिवहन विभाग में भी विचलन लाकर बहुत बड़े पैमाने पर तबादले की तैयारी थी इस पर मंत्री चंदन राम दास ने अफसरों से अनावश्यक तबादले ना कराने व तबादलों संबंधी कोई फाइल न लाने की बात कही है। मंत्री चंदन राम दास कहते हैं कि सिर्फ प्रमोशन व आवश्यक तबादले जो की पोस्टिंग के आधार पर होने हैं उन्हें ही किया जाएगा। अनावश्यक तबादले नहीं होंगे। माना यही जा रहा है कि जिस प्रकार से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विभाग में हुए तबादलों पर विवाद को देखते हुए 24 घंटे में सूची निरस्त कर दी इससे अन्य मंत्रियों में भी एक संदेश गया है।
