बनबसा में पूर्व सैनिक के घर डकैतों ने बोला धावा, जेवर और सामान लूट ले गए
बनबसा/चम्पावत। बनबसा के गढ़ीगोठ क्षेत्र में शुक्रवार की आधी रात पूर्व सैनिक के घर में सात-आठ बदमाशों ने धावा बोल दिया। डकैत धारदार हथियारों के बल पर लाखों रुपये के जेवर व नकदी लूट ले गए। उन्होंने घर में रह रहे दंपति को पीटकर अधमरा कर दिया। होश में आने उन्होंने घटना के बारे में पड़ोसियों को बताया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हमले में घायल हुए सदस्यों का इलाज कराकर घर को सील कर दिया गया है, जिसके चलते पीड़ित परिवार ने पड़ोस में रिश्तेदारों के यहां शरण ली है। इलाके में इस तरह की घटना पहली बार हुई है। इससे क्षेत्रवासी दहशत में हैं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गढ़ीगोठ के लटाखल्ला गांव निवासी पूर्व सैनिक भीम सिंह गोवाड़ी (63) और उनकी पत्नी सरस्वती देवी बीती रात्रि घर में सोए हुए थे। मध्यरात्रि करीब साढ़े 12 बजे सात-आठ लोग चेहरा ढककर आए। उन्होंने घर का दरवाजा तोड़कर दंपति पर हथियारों से हमला कर दिया। बदमाश महिला के पहने हुए गहने उतार ले गए। घर के अंदर का सामान भी ले गए हैं। पीड़ित परिवार ने ने करीब दो लाख रुपये का सामान लूटे जाने की बात कही है।
वारदात का पता लगाने के लिए पुलिस खोजी कुत्तों की भी मदद ले रही है। फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची है। सीओ वंदना वर्मा, टनकपुर कोतवाल चेतन सिंह रावत, एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में पुलिस टीम भी लुटेरों के बारे में पता लगाने में जुटी है। घटनास्थल नेपाल सीमा पर होने से अंदेशा लगाया जा रहा है कि इसे अंजाम देने वालों में नेपाली अपराधियों के अलावा बाहरी लोगों का हाथ हो सकता है।
खुलासे के लिए 16 सदस्यीय टीम गठित
गढ़ीगोठ में हुई डकैती को एसपी अजय गणपति ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने घटना का जल्द खुलासा करने और आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की 16 सदस्यीय टीम गठित की है। इसकी जिम्मेदारी एसओजी को दी गई है।
गांव में बिना आईडी के आने वालों पर लगे प्रतिबंध
ग्रामीणों ने मांग की है कि चादर आदि बेचने के लिए फेरी लगाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर होनी चाहिए। गांव में बिना आईडी के बाहरी लोगों के आने पर भी प्रतिबंध लगाया जाए।

