उत्तराखंड में हुए भयानक बस हादसे में मरने वालों की संख्या 25 हुई, अभी कई हैं लापता, रेस्क्यू जारी

उत्तराखंड के पौड़ी जिले में मंगलवार की शाम को हुए भयानक हादसे में मरने वालों की संख्या 25 पहुंच गई है। हादसे की वजह से शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। बारातियों से भरी एक बस करीब 500 मीटर गहरी खाई में लुढ़कते हुए नयार नदी में गिर गई थी। जानकारी के मुताबिक बारात हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी जिले के कांडा गांव जा रही थी, तभी बीच रास्ते में बीरोंखाल में सीमड़ी बैंड के पास तेज रफ्तार बस पर से ड्राइवर नियंत्रण खो गया और बस सीधे नयार नदी में जा गिरी। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया है। वे राहत एवं बचाव कार्य में लगातार नजर बनाए हुए हैं।

बताया जा रहा है कि बस में 45 बाराती सवार थे। हादसे के बाद बस में सवार कुछ लोग किसी तरह सड़क तक पहुंचे और मोबाइल फोन से अपने परिचितों को घटना की सूचना दी। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। अभी तक टीम ने 25 शव निकाल लिए हैं। रात में अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आईं, पर प्रयास जारी रहे। सुबह होते ही रेस्क्यू अभियान में फिर से तेजी आई है। मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि अभी भी कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं, पौड़ी गढ़वाल पुलिस ने बताया कि 9 घायलों को रेस्क्यू किया है। इनमें से 6 घायलों को बीरोंखाल अस्पताल, एक गंभीर घायल को कोटद्वार रेफर किया है। एक बच्चे को रामनगर अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। दो व्यक्तियों की स्थिति सामान्य है। कल शाम को हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में पहुंचे और अधिकारियों से घटना से बारे में जानकारी ली। सीएम ने जिलाधिकारी पौड़ी से बात कर पूरी सतर्कता के साथ राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए। शासन स्तर पर हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई।

जानकारी के अनुसार लालढांग स्थित शिव मंदिर के निकट रहने वाले संदीप पुत्र स्व नंद राम की बारात मंगलवार दोपहर पौड़ी जिले के कांडा गांव के लिए घर से निकली थी। 45 से 50 बाराती एक बस में सवार थे, जबकि दूल्हा संदीप कार में सवार था। दुल्हन के घर पहुंचने से कुछ दूरी पर ही देर शाम बस बीरोंखाल के सीमड़ी बैंड के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। बारात की बुधवार को ही वापसी होनी थी, लेकिन दुल्हन के घर पहुंचने से पहले ही ये हादसा हो गया।


