देहरादून : राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पैदल यात्री पुल और घुड़सवारी क्षेत्र का किया शुभारंभ, अब जनता भी कर सकेगी दीदार
देहरादून। तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहले दिन यानि आज 2 नवंबर को हरिद्वार स्थित पतंजलि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को पदक से सम्मानित किया। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हरिद्वार से देहरादून स्थित राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हो गईं। साथ ही राष्ट्रपति ने जनता के लिए राष्ट्रपति निकेतन के बाहर बने पैदल यात्री पुल और घुड़सवारी क्षेत्र का उद्घाटन किया। पैदल यात्री पुल, जो पैदल यात्रियों की सुरक्षा और पहुंच को बेहतर बनाएगा। साथ ही एक अत्याधुनिक घुड़सवारी क्षेत्र जो एक जीवंत विरासत परंपरा का प्रतीक है।


हरिद्वार स्थित पतंजलि विश्वविद्यालय से देहरादून राष्ट्रपति भवन पहुंची द्रौपदी मुर्मू ने दोपहर 1.20 बजे राष्ट्रपति निकेतन के बाहर सड़क पर बने पैदल यात्री पुल का शुभारंभ किया। स्थानीय वास्तुकला आधारित ये नया फुट ओवर ब्रिज 105 फीट लंबा है, जो राजपुर रोड स्थित राष्ट्रपति निकेतन और राष्ट्रपति उद्यान को आसानी से आने जाने वाले लोगों के लिए बनाया गया है। उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग की ओर से 9 करोड़ रुपए की लागत से 6 महीने के भीतर इस पुल का निर्माण किया गया है। इस पुल की खासियत यह है कि इस पुल का डिजाइन स्थानीय हिमालयी सौंदर्य और वास्तुकला को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

फुट ओवर ब्रिज का शुभारंभ करने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शाम 4:45 बजे घुड़सवारी क्षेत्र का भी शुभारंभ किया। ताकि राष्ट्रपति के अंगरक्षक दल की जीवंत विरासत का संरक्षण किया जा सके। दरअसल, घुड़सवारी क्षेत्र करीब 0.7 एकड़ में फैला हुआ है, जिसको केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा राष्ट्रपति के सिक्योरिटी गार्ड के 8 घोड़ों के लिए बनाया गया है। जिसमें घोड़ों का देखभाल और उपचार कक्ष, 8 घोड़ों की क्षमता वाला अस्तबल और कल्याण के साथ ही घुड़सवारी क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए देखने का गलियारा शामिल है।

ऐसे में राष्ट्रपति के अंगरक्षक दल (PBG) की घुड़सवारी परंपरा पर आधारित, चुनिंदा पीबीजी घोड़ों को यहां के अस्तबल में रखा जाएगा। जनता को राष्ट्रपति सर्किट के भीतर घोड़ों की देखभाल और प्रशिक्षण की जानकारी मिल सकेगी। ऐसे में जनता सोमवार दिन को छोड़ हफ्ते के बाकी दिनों में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक घूमने आ सकेंगे। हालांकि, घुड़सवारी क्षेत्र की जानकारी देने के लिए वहां पर गाइड भी मौजूद होंगे। ये सभी जानकारी प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की तरफ से जारी की गई।


