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आपदाग्रस्त थराली का सीएम धामी ने किया हवाई दौरा, प्रभावितों से की मुलाकात, मदद का दिलाया भरोसा

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को थराली पहुंचे। उन्होंने आपदाग्रस्त क्षेत्र का हवाई दौरा किया। तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर से कुलसारी हैलीपैड पहुंचे। यहां से वे कार के जरिये थराली आपदा प्रभावितों के लिए बनाये गये राहत शिविर में पहुंचे। जहां उन्होंने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। इसके बाद सीएम धामी ने थराली बाजार पहुंचे। यहां उन्होंने हालातों को लेकर अपडेट लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने थराली में आई भीषण आपदा पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा सरकार आपदप्रभावितो के साथ खड़ी है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत बचाव कार्यो के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरफ समेत आईटीबीपी की तैनाती की गई है। मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावितों को हरसम्भव मदद का भरोसा दिलाया। बता दें 22 अगस्त की रात थाना थराली क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से जनजीवन प्रभावित हुआ। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाना थराली पुलिस ने रात्रि में ही मुस्तैदी दिखाते हुए स्थानीय लोगों को सतर्क किया। जिसके बाद लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने खुद घटनास्थल पर मोर्चा संभाला।

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इसके बाद जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। दिन तक राहत बचाव कार्यों ने रफ्तार पकड़ी। चेपड़ों गांव में हेलीपैड बनाया गया। आपदा में घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। इसके बाद शाम होते होते सीएम धामी ने भी थराली को लेकर अपडेट लिया। खुद सीएम धामी आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसके बाद सीएम धामी ने थराली समेत प्रदेश के अन्य आपदाओं में भी क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 5 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की।

सीएम धामी ने आपदा राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि पूर्णतः क्षतिग्रस्त मकानों हेतु 5 लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल प्रभावितों को जारी की जाए। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को भी 5 लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि स्याना चट्टी से पानी की निकासी की व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए। बता दें मुख्यमंत्री ने हाल ही में धराली, सैजी (पौड़ी ) एवं धराली में आई आपदाओं की पैटर्न के अध्ययन के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित एजेंसियों के विशेषज्ञों एवं वैज्ञानिकों की एक कमेटी गठित कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।