चम्पावत जिले के टनकपुर में हुआ जिला स्तरीय मिनी कानक्लेव का आयोजन, 500 करोड़ के 52 एमओयू पर किए गए साइन
टनकपुर। उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत यहां डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी संस्थान में शनिवार को जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव का आयोजित हुआ। जिसका शुभारंभ जिला प्रभारी मंत्री रेखा आर्य ने किया। इस दौरान चम्पावत में निवेश को लेकर निवेशक उत्साहित नजर आए। जनपद स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव में लगभग 500 करोड़ के निवेश पर उद्यमियों ने हामी भरते हुए 24 सेक्टरों के 52 एमओयू पर हस्ताक्षर किए। जिसमें उद्योग विभाग के अंतर्गत 173.00 करोड़ के 17 एमओयू, उरेडा अंतर्गत 258.00 करोड़ के 4 एमओयू, उद्यान क्षेत्र में 2.10 करोड़ 6 एमओयू, पर्यटन क्षेत्र में 13.86 करोड़ के 23 एमओयू तथा आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग में 10.00 करोड़ के 1 एमओयू तथा पशु पालन के 1 एमओयू शामिल हैं। इससे जिले में करीब 721 से अधिक लोगों को रोजगार सृजित होगा।

प्रभारी मंत्री आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश लगातार प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री के जनपद चम्पावत को आदर्श व विकसित चम्पावत बनाने की ओर एक और अध्याय जुड़ गया है। इन्वेस्टर समिट के जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव के आयोजन की सभी को बधाई देते हुए मंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में जनपद में उद्योग बहुत विकसित होगा और हमारे युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। जब उत्तराखंड की रजत जयंती मनाई जाएगी उस समय प्रदेश की अर्थव्यवस्था में उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निवेशकों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। जिससे उत्तराखंड में निवेश बढ़ने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और अवसर बढ़ने के साथ ही जनपद के साथ-साथ प्रदेश में भी बेरोजगारी कम होगी।

कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि राज्य में निवेश बढ़ाकर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान किये जायें। उत्तराखंड में निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, आवेदन प्रक्रिया में सरलीकरण व सुरक्षा के साथ-साथ अनुकूल वातावरण भी उपलब्ध है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उद्योगों की स्थापना में नियमों को और भी सरल बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक निवेश के माध्यम से रोजगार सृजित हो सके और देश और प्रदेश आत्मनिर्भर और अग्रसर हो। मंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश हेतु बहुत बड़े प्रस्ताव राज्य सरकार को मिल रहे हैं। जिससे सभी प्रस्तावों का आकलन कराया जा रहा है, जो प्रस्ताव राज्य के लिए व्यवहारिक दृष्टि से ठीक होंगे, ऐसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी।

इस अवसर पर सूचना आयुक्त अनिल पुनेठा ने कहा कि आज का दिन जनपद के लिए बेहद खास है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है तथा विभिन्न विकास परख योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इस मिनी कॉन्क्लेव के भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज की इस समिट से उद्यमियों, प्रशासन व जनपदवासियो व रोजगार चाहने वालो सभी को लाभ प्राप्त होगा। इस दौरान जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा की जनपद में उद्यमियों के लिए कई सम्भावनाएं हैं यहा मिलेट्स, फल, चाय आदि क्षेत्रों में बहुत सम्भावनाएं हैं। इस ओर हम और भी बेहतर कर सकते हैं। जिले में उद्योगों की स्थापना हेतु 240 हेक्टेयर सरकारी भूमि को चिह्नित किया गया है।उन्होंने वर्तमान में जिले में संचालित विकास कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जनपद चम्पावत में ओद्योगिक गतिविधियों हेतु अनुकूल माहौल है, प्रशासन पूर्ण सहयोग करेगा।उन्होंने निवेशकों को बताया कि जिले के बनबसा में लैण्डपोर्ट के निर्माण के साथ ही सिडकुल का निर्माण किया जा रहा है,उससे दोनों देशों को लाभ मिलने के साथ ही निवेशकों को लाभ मिलेगा व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जिले के टनकपुर तक डबल रेलवे लाईन का निर्माण होने के साथ ही फोरलेन सड़क का भी निर्माण होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में बेहतर सड़क कनैक्टिविटी है,आने वाले दो तीन सालों में जिले के प्रत्येक गांव तक सड़क सुविधा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मानस मंदिर माला के अंतर्गत अनेक कार्य पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे हैं। जिले में संचार सुविधाओं को बेहतर किए जाने 40 5 जी टॉवर लग रहे हैं महिला समूहों का गठन कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाए जाने हेतु कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में जिले में नया शहर बसाया जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी निवेशकों से अपील की कि वह चंपावत में अपना निवेश करें,उन्हें प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।




मिनी कॉन्क्लेव के दौरान कई उद्यमियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्योग स्थापना को लेकर निवेशकों ने सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की सराहना भी की। इस दौरान कुछ उद्यमी वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में जुड़े रहे। चम्पावत मूल के उद्यमी लंदन से जुड़े तथा सभी ने अपने अनुभव साझा किये। इसमें प्रसिद्ध उद्यमी राज भट्ट द्वारा भी संबोधित किया गया। इसमें उन्होंने जिले में निवेश के लिए क्या-क्या संभावनाएं हो सकती हैं उस पर चर्चा की। राज भट्ट ने कहा कि प्रदेश में यह एक बेहतर पहल है, इससे देश विदेश के निवेशक यहाँ पर आकर निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक हॉस्पिटल खुले इस ओर उनकी कंपनी विचार कर रही है। कार्यक्रम में जनपद के उद्यमियों जिनके द्वारा वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में अपने उद्योग लगाकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने अपने अनुभव साझा किये। जिसमें पर्यटन के क्षेत्र में कार्य कर रहे व्यवसाईयों/ उद्यमियों द्वारा अपने कार्य अनुभव के बारे में बताया। कॉन्क्लेव में आए विभिन्न उद्यमियों द्वारा कहा गया कि उनका यही प्रयास है कि जनपद चम्पावत में कैसे अधिक से अधिक लोग अपना निवेश कर स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करें साथ ही यहां के उत्पादों को कैसे आगे ले जाया जाए और उसे बढ़ाया जा सके।
इस दौरान उद्योग सेक्टर में नयन पंत, ध्रुवील पटेल, सिमरन गुप्ता, उरेडा के क्षेत्र में मनमत निम्मत, रुद्राक्ष चौधरी, उद्यान में आशुतोष कुमार सिंह, श्वेतांक जैन, प्रवीन साह, अक्षय ने व पर्यटन क्षेत्र में प्रकाश तिवारी आदि अनेक उद्यमियों द्वारा एमओयू में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र चंपावत के तत्वाधान में “इन्वेस्ट चम्पावत” पुस्तिका का विमोचन किया गया। इन्वेस्टर समिट का संचालन जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक सोमनाथ गर्ग द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, प्रकाश तिवारी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार, हर्षवर्द्धन रावत, ब्लॉक प्रमुख बाराकोट विनीता फर्त्याल, टनकपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक एचएन मन्डोरिया, सीडीओ आरएस रावत, एसडीएम सदर सौरभ असवाल, एसडीएम टनकपुर आकाश जोशी, बायफ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रविराज जादव, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र दीपक मुरारी सहित विभिन्न क्षेत्रों से आए उद्योगपति, स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्य नागरिक आदि उपस्थित रहे।
