चम्पावत : सुशासन प्रथाओं व पहलों पर जिला स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन, आदर्श चम्पावत बनाए जाने को लेकर अभिनव कार्यों पर हुई चर्चा
चम्पावत। फ्रेंड्स ऑफ चम्पावत के तहत राष्ट्रव्यापी अभियान सुशासन सप्ताह कार्यक्रम के तहत जिले में चल रहे ‘प्रशासन गांव की ओर अभियान’ में ग्रामीण विकास पर फोकस करते हुए लोगों को जोड़ा जा रहा है। इसके तहत सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में सुशासन प्रथाओं व पहलों पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें जनपद के संभ्रांत नागरिकों और विभागीय अधिकारियों द्वारा जनपद चम्पावत को आदर्श चम्पावत बनाए जाने को लेकर अभिनव कार्यों पर चर्चा की गई।
गौरतलब हैं कि सुशासन सप्ताह अंतर्गत ‘प्रशासन गांव की ओर अभियान’ के तहत जनपद भर में विभागीय अधिकारियों द्वारा जनपद के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ ग्रामीणों की मूलभूत सड़क, बिजली, पानी आदि की समस्याओं का निस्तारण भी किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि सुशासन सप्ताह का मुख्य उद्देश्य सरकार और जनता के बीच एक सेतु का निर्माण करना है। जिससे जन सेवाओं की सुगमता सुनिश्चित हो सके और यह तभी संभव है जब सभी दिए गए कार्य ससमय से करें तथा आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण समय से हो, सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं हैं उनका लाभ पात्र व्यक्तियों को प्राप्त हो, जनपद का कोई भी व्यक्ति किसी भी योजनाओं से वंचित न रहे यही सुशासन सप्ताह का मुख्य उद्देश्य है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सुशासन को बढ़ावा देने और सरकारी योजनाओं तथा सेवाओं को आम लोगों तक पहुंचाया जाए।
विभागों द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सुशासन सप्ताह के तहत किए गए कार्य के संबंध में जानकारियां देते हुए बताया कि इस दौरान ग्रामीणों को इस अभियान के उद्देश्यों, लाभों और सहभागिता की जानकारी दी गई। जागरूकता अभियान के तहत ग्राम पंचायतों और गांवों में बैठकें आयोजित की गयीं। जिसमें ग्राम वासियों को सरकारी योजनाओं की जानकारी और उनके लाभ उठाने के तरीकों के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गई। इन शिविरों में राजस्व, समाज कल्याण, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विभागों से संबंधित समस्याओं का निस्तारण किया गया।
इस दौरान मुख्यमंत्री की आदर्श जनपद चम्पावत की परिकल्पना को साकार करने हेतु कार्यशाला में उपस्थित जनपद के विभिन्न संभ्रांत व्यक्तियों शंकर पांडे आदि विभिन्न व्यक्तियों की राय ली गई। जिसमें जनपद में रोजगार, स्वरोजगार परक योजनाओं, कृषि, औद्यानिकी के क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को जोड़े जाने, जनपद में बेमौसमी सब्जी के साथ ही सेब, कीवी तथा पुष्प उत्पादन स्कंद पौध में जिले की विशेष पहचान बनाने के अतिरिक्त दुग्ध उत्पादन, पशुपालन, मौन पालन के साथ-साथ मशरूम तथा विशेष रूप से महिला समूह को आगे बढ़ाये जाने पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने इस संबंध में सभी विभागीय अधिकारियों को अपने अपने विभागों से संबंधित कार्य योजना तैयार कर शीघ्र कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि जनपद के सीमांत से सीमांत इलाकों के पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार द्वारा चलाई जा रही जानकारी योजनाएं पहुंचे यही सुशासन सप्ताह का उद्देश्य हैं। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ता,संभ्रात नागरिक समस्त विभागीय अधिकारी अन्य उपस्थित रहे।