चम्पावत : सिप्टी वाटरफॉल के सौन्दर्यकरण कार्यों का जिलाधिकारी ने लिया जायजा
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के अंतर्गत जनपद चम्पावत के प्रमुख प्राकृतिक पर्यटन स्थल सिप्टी वाटरफॉल के सौन्दर्यकरण एवं गूल निर्माण कार्यों का जिलाधिकारी मनीष कुमार ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस परियोजना केा लिए कुल ₹78.20 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई थी, जिसके सापेक्ष ₹55.75 लाख की धनराशि में कुमाऊं मंडल विकास निगम ने सम्पूर्ण कार्य सम्पन्न कराए हैं।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यों की भौतिक प्रगति, गुणवत्ता तथा तकनीकी मानकों के अनुपालन की विस्तार से समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा ट्रैक रूट के निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण, मुख्य एंट्रेंस गेट, स्टोन मैसनरी बेंचेज, पर्यटकों की सुविधा हेतु रेस्ट शेल्टर, पर्यटन मार्गदर्शन एवं सुरक्षा से संबंधित साइनेज सहित अन्य सहायक संरचनाओं का अवलोकन किया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी संरचनाएं क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता के अनुरूप विकसित की गई हों तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि सिप्टी वाटरफॉल क्षेत्र का सौन्दर्यकरण जनपद चम्पावत को पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तथा इससे स्थानीय स्तर पर पर्यटन आधारित गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ट्रैक रूट को पर्यटकों के लिए सुरक्षित बनाए रखा जाए तथा आवश्यकतानुसार चेतावनी बोर्ड एवं सुरक्षा संकेतक लगाए जाएं, जिससे पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि सिप्टी वाटरफॉल का शांत, स्वच्छ एवं अत्यंत सुंदर प्राकृतिक वातावरण ऐसा है, जिसे प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक बार अवश्य अनुभव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह स्थल न केवल प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है, बल्कि मानसिक शांति एवं प्रकृति से जुड़ाव का भी अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य, जिला पर्यटन विकास अधिकारी लता बिष्ट, तहसीलदार बृजमोहन आर्य सहित संबंधित विभागीय अधिकारी, कुमाऊं मण्डल विकास निगम के प्रतिनिधि एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

