स्वाला की आफत से निजात को प्रयास तेज, खतरनाक हिस्से में सीमेंट कंक्रीट का हो रहा काम, आज आयुक्त दीपक रावत रावत करेंगे दौरा
चम्पावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला में आई आफत से आज शाम तक निजात मिल सकती है। इसको लेकर एनएच की ओर से कवायद तेज कर दी है। वहीं आज कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत स्वाला पहुंच कर स्थिति का जायजा लेंगे। मालूम हो कि 12 सितंबर से स्वाला में आ रहा मलवा एनएच को जाम किए हुए है। एनएच भी लगातार यातायात को सुचारू करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन लगातार आ रहा मलवे से पार पाना मुश्किल हो रहा था। अब हालात धीरे धीरे बदल रहे हैं। एनएच के प्रयास भी तेज हो गए। खतरनाक हिस्से में सीमेंट कंक्रीट का कराया जा रहा है काम।
मालूम हो कि कल 28 सितंबर की शाम करीब 5 बजे टनकपुर-चम्पावत के बीच फंसे छोटे वाहनों के साथ ही बड़े वाहनों का भी ट्रायल शुरु किया गया, लेकिन बमुश्किल एक घंटे बाद ही स्वांला पर सड़क फिर से जवाब दे गई और वाहनों की आवाजाही फिर से बंद हो गई। स्वांला के 120 मीटर के डेंजर जोन में रातभर पहाड़ी की तरफ काम हुआ। एनएच खंड के दोनों आला अधिकारी मुख्य अभियंता दयानंद और अधीक्षण अभियंता अनिल पांगती लगातार काम की निगरानी कर रहे हैं। वहीं आज रविवार अपरान्ह कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत स्वांला का मौका-मुआयना करेंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोहाघाट के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया कि आज रविवार सुबह से एनएच पर स्वांला के करीब 25 मीटर कच्चे व खतरनाक हिस्से को सीमेंट व कंकीट से काम कराया जा रहा है। ये काम अपरान्ह 2 बजे तक पूरा होने की संभावना है। इसके सूखने के बाद कल 30 सितंबर से वाहनों की आवाजाही शुरु कर दी जाएगी। इससे पूर्व स्वांला से मलबा हटाने, रैंप निर्माण और ऐंकरिंग का काम किया गया। डीएम नवनीत पांडे का कहना है कि आवाजाही के दौरान इस स्थान पर विशेष एहतियाती उपाय किए जाएंगे।
मूसलाधार बारिश के बाद लगातार मलबा आने से 12 सितंबर से टनकपुर-चम्पावत के बीच स्वांला में चंद घंटों को छोड़ आवाजाही लगातार बाधित है। एनएच पर स्वांला के इस हिस्से से मलबे के निस्तारण के लिए 19 सितंबर से सुबह 6 बजे से मध्यान्ह 12 बजे तक आवाजाही के लिए बंद रखा गया है। जबकि 24 सितंबर से आज 29 सितंबर तक पूरे दिन आवाजाही पर रोक लगाई गई है। स्वांला से सड़क को सुचारु करने के लिए पहाड़ी की तरफ से तीन दिन पूर्व नई तकनीक से काम किया गया था, लेकिन फिर आई बारिश ने काम पर पानी फेर दिया। अलबत्ता अब ऐंकरिंग सहित ज्यादातर काम तकरीबन पूरा कर लिया गया है। वहीं टनकपुर-चम्पावत के बीच सफर करने वालों को जीप-टैक्सी के जरिए रीठा साहिब-सूखीठांग होते हुए 70 किलोमीटर अधिक दूरी और ज्यादा किराया देकर कठिनाइयों के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। जबकि भारी वाहन लोहाघाट-देवीधुरा-हल्द्वानी होते हुए आवाजाही कर रहे हैं। रोड बंद होने से चम्पावत, पिथौरागढ़ रोड पर स्थित ढाबें और अन्य तमाम कारोबारी गतिविधियां ठप हैं।