CM धामी के विधानसभा क्षेत्र के जिला मुख्यालय में दिनभर गुल रही बिजली
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र के सबसे प्रमुख शहर और जिला मुख्यालय चम्पावत की बिजली दिनभर गुल रही। चम्पावत के लोग करीब 12 घंटे बगैर बिजली के रहने को मजबूर हुए। पिछले दिनों लगातार हो रही बारिश के चलते पिथौरागढ़ से चम्पावत को आने वाली लाइन के रास्ते में क्षतिग्रस्त होने के चलते चम्पावत की बिजली अल्मोड़ा से जैंती होते हुए देवीधुरा आने वाली लाइन से जोड़ते हुए सप्लाई शुरू की थी, लेकिन आज गुरुवार को तड़के वो लाइन भी धोखा दे गई। इस वजह से चम्पावत जिले के अधिकांश हिस्से की बिजली तड़के करीब चार बजे गुल हो गई। ये बिजली विभाग का दावा है, लेकिन लोगों का कहना है कि ढ़ाई बजे बिजली गुल हो गई थी। बिजली गुल होने से सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में कामकाज प्रभावित रहा।
जानकारी के अनुसार गुरुवार तड़के करीब ढ़ाई बजे पाटी के समीप जैंती की बिजली लाइन में पेड़ गिर गया। जिले में इन दिनों जैंती से आने वाली लाइन से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली व्यवस्था बाधित होने से जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हो गया। साइबर कैफे में भी कामकाज प्रभाावित रहा। इससे दूर दराज से तमाम कार्यों के लिए आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऊर्जा निगम के अफसर का कहना है कि पाटी के समीप दो स्थानों पर लाइन में पेड़ गिर गए थे। इससे 33 केवी की लाइन के तीनों तार बुरी तरह से टूट गए। कड़ी मशक्कत के बाद सायं पांच बजे बिजली आपूर्ति सुचारू की जा सकी। इससे बड़ी आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं शाम को फिर से करीब आधे घंटे तक बिजली गुल रही। चम्पावत की ये ही विडंबना है कि यहां अक्सर बिजली घंटों गुल रहती है। पिथौरागढ़ चम्पावत के बीच की लाइन में अक्सर फाल्ट आ जाता है। बारिश की वजह से चम्पातव पिथौरागढ़ की लाइन में फाल्ट आने से लाइन के अल्मोड़ा से वाया देवीधुरा होते हुए लाइन चालू की गई तो वो लाइन भी खराब हो गई। जिससे चम्पावत के लोग खासे परेशान रहे। सबसे बड़ी की हैरानी की बात ये रही न तो जिला प्रशासन ने और न ही बिजली विभाग की ओर से इस संबंध में जनता को कोई जानकारी देने की जहमत उठाई गई। इससे चम्पावत की जनता ये ही सोचती रह गई कि सीएम का विधानसभा क्षेत्र होने के बाद भी आखिर इतने लंबे समय के लिए बिजली क्यूं गुल रही।