चम्पावत : शिक्षा को व्यवहारिक, नवाचारपरक और मूल अवधारणाओं पर आधारित बनाने पर दिया गया जोर
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जवाहर नवोदय विद्यालय की वीएमसी, वीएसी एवं डीएलएमसी की बैठक हुई
चम्पावत। प्रधानमंत्री जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) के शैक्षिक, प्रशासनिक एवं विकास कार्यों की समीक्षा हेतु वर्ष 2025 के लिए वी.एम.सी. (विद्यालय प्रबंधन समिति), वी.ए.सी. (विद्यालय सलाहकार समिति) एवं डी.एल.एम.सी. (जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति) की एक संयुक्त बैठक गुरुवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी एवं समिति के अध्यक्ष मनीष कुमार ने की।
बैठक में विद्यालय के शैक्षणिक मानकों को और बेहतर बनाने, आधारभूत संरचना के विकास तथा छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य कमल तिवारी ने अवगत कराया कि वर्तमान में जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक कुल 500 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें 306 बालक एवं 194 बालिकाएं सम्मिलित हैं। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने विद्यालय के शैक्षणिक प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए सभी विषयों के परिणामों में और सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से गणित विषय के परिणामों को और बेहतर करने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, छात्रों के व्यक्तिगत मार्गदर्शन और व्यवहारिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा।
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें वास्तविक जीवन से जोड़ना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को कृषि, बागवानी, मशीनों के संचालन तथा दैनिक क्रियाकलापों जैसे बिजली बिल जमा करना, बैंकिंग कार्य, सरकारी कार्यालयों की कार्यप्रणाली आदि का hands-on training दिया जाए, ताकि वे व्यवहारिक अनुभव प्राप्त कर सकें। साथ ही, उन्होंने विद्यार्थियों को नशामुक्त जीवन के प्रति जागरूक करने पर विशेष बल दिया। जिलाधिकारी ने विद्यालय में कूड़ा निस्तारण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश प्रधानाचार्य एवं ए.एम.ए. जिला पंचायत को दिए।
उन्होंने विद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर नियमित काउंसिलिंग सत्र आयोजित करने, छात्रों में रुचि आधारित हॉबी विकसित कराने, आउटडोर गतिविधियां बढ़ाने, साइबर सुरक्षा (Cyber Security) और वित्तीय साक्षरता (Financial Planning) पर विशेष सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी छात्रों के बैंक खाते खुलवाकर बचत की आदत विकसित करने और बच्चों की पर्सनल ग्रूमिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी कृष्णा नाथ गोस्वामी ने कहा कि शिक्षा को शारीरिक केंद्रित नहीं बल्कि मस्तिष्क केंद्रित बनाया जाए तथा विद्यार्थियों की मूल अवधारणाओं को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। साथ ही बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि सितम्बर 2024 में जवाहर नवोदय विद्यालय, चम्पावत को Green Rating for Integrated Habitat Assessment (GRIHA) द्वारा प्रमाणित किया गया, जिससे यह जनपद का प्रथम विद्यालय बना जिसने यह उपलब्धि प्राप्त की।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इंद्रजीत पांडे, जिला पूर्ति अधिकारी प्रियंका भट्ट, वीएमसी, वीएसी एवं डीएलएमसी के सम्मानित सदस्य, संबंधित विभागों के अधिकारी, विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक- अध्यापक समिति के सदस्य एवं शिक्षक-स्टाफ उपस्थित रहे।

