कर्मचारी नेता नगेंद्र जोशी ने कोरोना को मात, उनके हौसले की हर कोई कर रहा तारीफ, स्वस्थ होकर घर लौटे तो मां ने ऐसे किया स्वागत
चम्पावत। एजुकेशन मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी ने काफी दिनों तक लड़ाई लड़ने के बाद कोरोना को मात दी है। कोरोना संक्रमित होने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती नगेंद्र जोशी ने कोरोना से काफी कड़ा मुकाबला किया और हिम्मत नहीं हारी। अंतत: वे कोरोना को मात देने में सफल हुए। इस दौरान वे कड़े संघर्ष से गुजरे। कोरोना से जंग जीतने के बाद 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहने के बाद शुक्रवार को वे घर लौटे। घर पहुंचने पर मां ने नम आंखों से तिलक लगाकर किया उनका स्वागत किया। कोरोना संक्रमित होने के बाद उनकी सुगर बढ़ने के साथ ही आक्सीजन लेबल काफी गिर गया था। हालत बेहद खराब होने के बाद भी उन्होंने जीवटता बनाए रखी और सकारात्मक सोच के बलबूते वे कोरोना को मात देने में सफल रहे। उनके हौसले की हर कोई तारीफ कर रहा है। कोरोना को मात देकर घर लौटे नगेंद्र जोशी को उनके मित्रों व परिचितों के लगातार फोन आ रहे हैं और वह उन्हें बधाई दे रहे हैं। बधाई देने वालों में एजुकेशनल मिनिस्टर ऑफिसर्स एसोसिएशन के जनपद सचिव रविंद्र पांडे, सचिव जीवन ओली, अध्यक्ष सुरेंद्र सोन, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष गोविंद बोरा, राजकीय उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रमेश देव, राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष पान सिंह मेहता, सचिव जगदीश सिंह अधिकारी, शिक्षक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भूपेंद्र प्रकाश जोशी, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश राय, मां पूर्णागिरि कॉलेज ऑफ एजुकेशन के डायरेक्टर कृष्णा अधिकारी, समाजसेवी रिंकू अधिकारी, बीआरसी समन्वयक रमेश चंद्र जोशी, जेष्ठ उप प्रमुख नंदा बल्लभ बगौली आदि शामिल हैं।
घर लौटे नगेंद्र जोशी ने कहा कि सचमुच यह क्षण मेरे लिए दूसरा जन्म लेकर अपने ही घर पर आने जैसा है। उनकी मां ने कहा भगवान करे पहले तो ऐसी मुसीबत किसी पर ना आए यदि आ भी जाती है तो भगवान सभी को आरोग्य दें और सभी लोग इसी प्रकार स्वस्थ होकर अपने घर लौटें। नगेंद्र जोशी ने कहा है कि मेरी सभी मित्रों से प्रार्थना है कि कोविड-19 के संदर्भ में दिए जा रहे दिशानिर्देशों का पूर्ण रूप से पालन करें। किसी प्रकार के लक्षण आने पर जांच अवश्य कराएं। पॉजिटिव पाए जाने पर अपना मनोबल बनाए रखें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही औषधियों का समयानुसार घर पर ही हूं सेवन करें। आवश्यक होने पर ही अस्पताल में भर्ती होएं। ऑक्सीमीटर पर आने वाले सैचुरेशन के घटते बढ़ते डिजिट एक नंबर मात्र हैं। जब लोहाघाट की देव आंटी सैचुरेशन 20 और मेरा स्वयं 64 आने के बाद स्वस्थ हो सकते हैं तो प्रत्येक व्यक्ति कोविड लड़ कर जीत सकता है।