लोहाघाट / आस-पास

पीएमजीएसवाई के इंजीनियरों ने किया डामरीकरण के कार्य का निरीक्षण, मानकों के अनुरूप कार्य करने के दिए निर्देश

ख़बर शेयर करें -

लोहाघाट। नेपाल सीमा को जोड़ने वाली बलूटा-पासम सड़क पर चल रहे डामरीकरण कार्य में ग्रामीणों की ओर से अनियमितता का आरोप लगाए जाने के बाद कार्यदायी संस्था के अभियंताओं की टीम ने मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीणों ने कार्य की गुणवत्ता को लेकर अभियंताओं का घेराव कर नाराजगी जताई।

पीएमजीएसवाई विभाग की ओर से बलूटा-पासम सड़क में किए जा रहे डामरीकरण कार्य की गुणवत्ता पर ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए प्रदर्शन किया था। जिसका संज्ञान लेते हुए पीएमजीएसवाई के ईई अरविंद प्रसाद जोशी के निर्देश पर विभाग के एई गौरव पाठक, अवर अभियंता हयात राम और पंकज कुमार कोहली मौके पर पहुंचे और गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने ठेकेदार को गुणवत्ता युक्त कार्य करने के निर्देश देते हुए कार्य में हुई कमी को पूरा करने को कहा। एई ने पैरापिट निर्माण में लोकल डस्ट न लगाने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि निर्माण कार्य में अनियमितता पाई गई तो ठेकेदार का भुगतान रोक दिया जाएगा। ग्रामीण गणेश सिंह, हिक्मत सिंह, चंद्रकांत तिवारी, हेम चंद, रोहित सिंह, कमल सिंह, उमेद सिंह आदि ने कहा कि यदि कार्य की गुणवत्ता में कमी आई तो विभाग के खिलाफ पूरा क्षेत्र आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा। ईई का कहना है कि डामरीकरण कार्य के निरीक्षण के लिए प्रतिदिन जेई मौके पर रहेंगे, उनकी अनुपस्थिति में विभागीय कर्मचारी रहेगा। उन्होंने ग्रामीणों से निर्माण कार्य की निगरानी करने को कहा।

Ad