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चम्पावत जिले के एबट माउंट में जुटे हैं विख्यात फोटोग्राफर, पक्षियों, अपने कैमरों में ग्रह व उपग्रहों के फोटो करेंगे कैद, जानें कैसे खींची जाती हैं बेहतरीन फोटो

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चम्पावत जनपद के लोहाघाट क्षेत्र में स्थित सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल एबट माउंट में पर्यटन विभाग की ओर से एस्ट्रोवीक का शुभारंभ मंगलवार को हुआ। इससे पहले सोमवार की शाम को इंट्रोडक्टरी सेशन के साथ एस्ट्रोवीक की शुरुआत हुई। तहत जिसमें एबट माउंट क्षेत्र के भ्रमण के साथ ही बर्ड वाचिंग भी की गई। तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न स्थानों से आए नामी फोटोग्राफर पक्षियों, ग्रह-उपग्रहों के चित्रों को अपने कैमरों में कैद करेंगे।

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मंगलवार को प्रातः 5 बजे से बर्ड फोटोग्राफी सेशन की शुरुआत की गई। जिसमें कुल 20 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। मार्गदर्शक मेंटर फोटोग्राफर सलिल डोभाल ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताया। सत्र के दौरान मोहम्मद आसिफ (पक्षी फोटोग्राफर) ने प्रतिभागियों को अनूप शाह (पद्मश्री) और थ्रीश कपूर के कुशल मार्गदर्शन में बर्ड फोटोग्राफी की बुनियादी बातों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा ​कि बर्ड फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छा समय आमतौर पर सुबह जल्दी या देर से दोपहर के समय के दौरान होता है। पक्षी इस समय सबसे अधिक सक्रिय होते हैं, क्योंकि इस समय वे भोजन की तलाश करते हैं या अन्य व्यवहारों में संलग्न होते हैं। इसके अतिरिक्त इन अवधियों के दौरान प्रकाश नरम और गरम होता है, जो आश्चर्यजनक छवियों को कैप्चर करने के लिए एक सुखद वातावरण बनाता है। सुबह के शुरुआती घंटे अक्सर “सुनहरे घंटे” के रूप में संदर्भित होते हैं। सूर्योदय के तुरंत बाद सुंदर रोशनी और शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करते हैं। कई पक्षी प्रजाति इस समय के दौरान गायन, फोर्जिंग और प्रेमलाप प्रदर्शनों में संलग्न रहते हैं। देर से दोपहर सूर्यास्त के पहले “सुनहरे घंटे” के रूप में माना जाता है। यह समय पक्षी फोटोग्राफी के लिए एक आदर्श समय है। इस अवधि के दौरान गर्म, दिशात्मक प्रकाश आश्चर्यजनक बैकलाइटिंग बना सकता है।

पद्मश्री मशहूर फोटोग्राफर अनूप शाह और थ्रीश कपूर ने बर्ड फोटोग्राफी की बुनियादी बातों की जानकारी दी। गुरुग्राम से आए टेलीस्कोप के तकनीशियन शिशु कुमार, देवानंद कुमार और अजय तलवार की ओर से टेलीस्कोप के माध्यम से एस्ट्रो ऑब्जर्वेशन करवाया गया। एस्ट्रो फोटोग्राफी के टिप्स भी दिए गए। दिन में टेलीस्कोप से सूर्य को देखने के लिए यहां आए पर्यटकों में उत्साह दिखा। एस्ट्रोवीक कार्यक्रम में डॉ. अजय तलवार, प्रदीप पांडेय आदि शामिल हैं। शाम को अजय तलवार ने टेलीस्कोप के माध्यम से एस्ट्रो ऑब्जर्वेशन करवाया गया। साथ ही एस्ट्रो फोटोग्राफी के टिप्स भी दिए गए।

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