लोहाघाट पीजी कॉलेज में दो प्रोफेसरों का झगड़ा पहुंचा थाने, विकास कार्यों के साथ सामान खरीद में लगे भ्रष्टाचार के आरोप
लोहाघाट/चम्पावत। पीजी कॉलेज लोहाघाट के दो प्रोफेसर का झगड़ा थाने तक पहुंच गया है। इस मामले के सामने आने के बाद स्वामी विवेकानंद के नाम बने इस प्रतिष्ठित कॉलेज की छवि धूमिल हो रही है। कॉलेज में निर्माण व विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
अर्थशास्त्र विभाग की प्रभारी डॉ. अर्चना त्रिपाठी के द्वारा लोहाघाट महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एसपी सिंह पर अभद्रता व अशोभनीय व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाते हुए लोहाघाट थाने में तहरीर दी है। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि प्रोफेसर एसपी सिंह के द्वारा प्राचार्य कक्ष व कार्यालय में उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गाली गलौज की गई तथा स्व.डॉक्टर तौफीक पूर्व प्रवक्ता भूगोल की तरह देखने की धमकी दी गई, जिससे वह काफी आहत व दहशत में है। उन्होंने थाना अध्यक्ष से प्रोफेसर एसपी सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
वहीं प्रोफेसर एसपी सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार व साजिश करार दिया है। उन्होंने बताया 2017 से उनकी डॉक्टर अर्चना से बातचीत तक नहीं है। उन्होंने बताया छात्र नेताओं के द्वारा डीएम चम्पावत के यहां किसी मामले को लेकर सूचना का अधिकार लगाया गया था, लेकिन प्राचार्य व डॉक्टर अर्चना त्रिपाठी के द्वारा उन पर आरटीआई लगवाने का आरोप लगाते हुए उनके साथ अभद्रता की गई। उन्होंने प्राचार्य व डॉक्टर अर्चना पर उन्हें झूठा फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा डॉक्टर अर्चना से किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं की गई है।
डॉ. एसपी सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा महाविद्यालय में बड़े पैमाने पर रोसा, प्रज्ञा व क्रीड़ा विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से इन तीनों विभागों की जांच करने की मांग की है। उन्होंने प्राचार्य की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों प्रोफेसरो के झगड़े से पीजी कॉलेज लोहाघाट की छवि भी खराब हो रही है। उन्होंने आरोपों की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।