लोहियाहेड पावर हाउस के सीटी ब्रेकर में धमाके के साथ लगी आग, टनकपुर से लेकर सितारगंज तक गुल हुई बिजली
खटीमा। लोहियाहेड पावर हाउस के यार्ड में 33 केवी की लाइन के सीटी ब्रेकर में खराबी आने से धमाके के साथ आग लग गई। धमाके के साथ उठती लपटों से पावर हाउस को भारी क्षति पहुंची है। इस कारण खटीमा के अलावा चम्पावत जिले के टनकपुर और बनबसा क्षेत्र में करीब 30 हजार उपभोक्ताओं को रात अंधेरे में बितानी पड़ी। हालांकि ऊर्जा निगम ने खटीमा के कुछ हिस्सों को सितारगंज फीडर से जोड़कर बिजली आपूर्ति सुचारु की।
लोहियाहेड पावर हाउस में तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए विभाग के अलावा पिटकुल व ऊर्जा निगम के करीब 16 इंजीनियरों के साथ अधिकारियों की टीम जुटी रही। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता चंदन बसनैत ने बताया है कि बीते बुधवार की रात करीब 11 बजे लोहियाहेड पावर हाउस के 11 केवी लाइन के सीटी ब्रेकर में खराबी आ गई और धमाकों के साथ भीषण आग लग गई। आग से सीटी ब्रेकर, इंसुलेटर के कुछ पार्ट्स, क्लैंप व फोस्ट इंसुलेटर आदि जलकर नष्ट हो गए। इस कारण खटीमा क्षेत्र के भूड़, जमौर, पहेनियांख् अमाऊं आदि गांवों में अंधेरा पसर गया और नगर के पीलीभीत रोड, टनकपुर रोड, आवास विकास आदि क्षेत्रों में लगभग 15 हजार उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहना पड़ा। वहीं टनकपुर व बनबसा क्षेत्र के भी लगभग 15 हजार उपभोक्ताओं को बिजली का संकट झेलना पड़ रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति ठप है।
गुरुवार को ऊर्जा निगम के ईई बसनैत व अन्य अधिकारियों ने सितारगंज बिजली घर से झनकट फीडर को जोड़कर कुछ फीडरों तक बिजली आपूर्ति चालू कराई। हालांकि पावर हाउस के यार्ड में जले सीटी ब्रेकर की मरम्मत का काम जारी था। डीजीएम महकार सिंह ने बताया है कि यार्ड में लगा सिस्टम काफी पुराना हो चुका है जिसका रिनोवेशन होना था लेकिन शटडाउन न मिलने के कारण उसे बदल नहीं पा रहे हैं। ऐसे में आए दिन बारिश या ओवरलोडिंग की वजह से फॉल्ट आते हैं। बताया कि ब्रेकर सीटी की मरम्मत का काम चल रहा है। अधिशासी अभियंता भरत शर्मा ने बताया कि आग से करीब चार लाख रुपये से अधिक की क्षति हुई है।