पालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली से खफा टनकपुर के पांच सभासदों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
टनकपुर/चम्पावत। नगरपालिका प्रशासन की ओर वार्डों में विकास कार्य न कराए जाने, दिए गए प्रस्तावों पर किसी तरह की कार्यवाही न किए जाने व उठाई गई मांगों का संज्ञान न लिए जाने से खफा टनकपुर नगरपालिका के पांच सभासदों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा अधिशासी अधिकारी के माध्यम से कुमाऊं कमिश्नर को भेजा है।
मंडलायुक्त को भेजे गए सामूहिक इस्तीफे में वार्ड 4 के सभासद वकील अहमद, वार्ड 7 के चर्चित शर्मा, वार्ड 3 के दिलदार अहमद, वार्ड 8 की सभासद आशा भट्ट व वार्ड 9 की सभासद ववीता वर्मा ने कहा है कि पालिका प्रशासन की ओर से उनके प्रस्ताव दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। जो प्रस्ताव दर्ज किए भी जा रहे हैं उनके अपनी भाषा अपने शब्दों में लिखकर मूल स्वरुप को बदल दिया जाता है। उनके प्रस्ताव को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है। पांचों सदस्यों द्वारा लिखित पत्र देने के बाद भी बैठक नहीं बुलाई जाती। बल्कि बैठक को टालने के लिये अनावश्यक रूप से उनके पत्र को निदेशालय भेज दिया जाता है, जिससे की वर्तमान ज्वलंत मुद्दों को टाला जा सके।
कहा है कि जनता ने उन्हें अपने वार्ड में सफाई, पथ प्रकाश, विकास कार्य आदि के लिये वोट देकर भेजा था। जनता को उनसे उम्मीद है और वार्ड का विकास व वार्ड के लोगों के मूल अधिकार की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन बहुत कोशिश करने के बाद भी नगर पालिका टनकपुर में तानाशाही के चलते विकास कार्य व जनता के हित के कार्य नहीं हो पा रहे हैं। नगर पालिका स्टाफ में कई लोगों की कार्यशैली और व्यवहार बहुत खराब है। नगर के समस्त विभागों के अधिकारी कर्मचारी उनके द्वारा बतायी जा रही समस्याओं को गम्भीरता से लेकर उनका समाधान करते हैं, लेकिन नगर पालिका के स्टाफ के कुछ लोग न तो उनका सम्मान करते है, और न ही उन्हें कोई जवाब देते हैं। वरिष्ठ सहायक तो हमेशा हर बात का उल्टा जवाब देते हैं। साफ कह देते हैं, कौन हो तुम मुझसे कोई बात करने का या सूचना मागने का तुम्हारा कोई अधिकार नहीं है। सभासदों ने कहा है कि इसी तानाशाही से तंग आकर वे अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।

